मुंबई: रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में रहा। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रतिभागी अमेरिका में फरवरी के मुद्रास्पीति के आंकड़ों और भारत में फरवरी के मुद्रास्फीति के आंकड़ों तथा जनवरी के आईआईपी आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार, विदेशी कोषों की आवक और विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की कमजोरी से निवेशकों की भावना मजबूत हुई।
दूसरी ओर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने स्थानीय मुद्रा की बढ़त को सीमित किया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.74 पर खुला, और फिर मजबूती के साथ 82.72 पर पहुंच गया। इस तरह रुपये ने पिछले बंद भाव के मुकाबले तीन पैसे की बढ़त दर्ज की। रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट के साथ 82.75 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 104.80 पर पहुंच गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.36 प्रतिशत बढक़र 82.51 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,212.76 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।