Rupee vs Dollar : रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सपाट खुला और शुरुआती कारोबार में एक पैसा बढक़र 84.07 पर कारोबार कर रहा था। मजबूत डॉलर तथा विदेशी पूंजी की लगातार निकासी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि माह के अंत में मांग से डॉलर में अच्छी तेजी के कारण रुपया सीमित दायरे में रहा।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के कारण स्थानीय मुद्रा पर दबाव पड़ा, जबकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के किसी भी हस्तक्षेप से निचले स्तर पर स्थानीय मुद्रा को समर्थन मिल सकता है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.08 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती सौदों के बाद 84.07 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की बढ़त दर्शाता है।
रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन पैसे टूटकर 84.08 पर बंद हुआ था। स्थानीय मुद्रा अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले, 11 अक्टूबर को रुपया डॉलर के मुकाबले 84.10 के अपने निम्नतम बंद स्तर पर पहुंच गया था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढक़र 104.14 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.48 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.90 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,613.65 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।