नई दिल्ली: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) 10 लाख रुपए से 50 लाख रुपए के बीच निवेश योग्य कोष वाले निवेशकों के लिए निवेश के नए विकल्प तैयार करने पर विचार कर रहा है। इसका मकसद म्यूचुअल फंड और पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (पीएमएस) के बीच अंतर को पाटना है। सेबी ने कहा कि निवेश का नया उत्पाद निवेशकों की उभरती श्रेणी की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक विनियमित जरिया उपलब्ध कराएगा। यह उत्पाद अधिक लचीला और उच्च जोखिम लेने की क्षमता वाली विशेषता से युक्त होगा। सेबी के अनुसार, परिसंपत्ति की नई श्रेणी के तहत निवेश के लिए न्यूनतम राशि 10 लाख रुपए प्रति निवेशक हो सकती है। सेबी ने कहा, ‘यह सीमा खुदरा निवेशकों को इस श्रेणी में निवेश से हतोत्साहित करेगी और 10 लाख रुपए से 50 लाख रुपए के बीच निवेश योग्य कोष वाले निवेशकों को आकर्षति करेगी।