नई दिल्ली: डॉक्टरों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने बुधवार को केंद्रीय बजट 2023-24 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बढ़े हुए आवंटन और 157 र्निसंग कॉलेज स्थापित करने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि ये भारतीय स्वास्थ्य सेवा तंत्र को मजबूत गति प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि इस साल का बजट चिकित्सा अनुसंधान पर ध्यान देने वाला और भविष्योन्मुखी है तथा सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है।
केंद्रीय बजट 2023-24 में स्वास्थ्य क्षेत्र को 89,155 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो 2022-23 में आवंटित 79,145 करोड़ रुपये से लगभग 13 प्रतिशत अधिक है।सर गंगा राम अस्पताल के अध्यक्ष (प्रबंधन बोर्ड) डॉ अजय स्वरूप ने कहा, ‘‘हमें इस बात की बहुत खुशी है कि इस साल स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए धन का आवंटन बढ़ा दिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि जहां तक ??र्निसंग देखभाल के लिए आवशय़क छात्रों की संख्या का सवाल है, 157 र्निसंग कॉलेजों की स्थापना से इस अंतर को पाटने में मदद मिलेगी।
फोर्टसि हेल्थकेयर लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आशुतोष रघुवंशी ने कहा कि इस साल के बजट ने भारत के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज हासिल करने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम 2047 तक ‘सिकल सेल एनीमिया’ को खत्म करने के मिशन का भी स्वागत करते हैं, जिससे बड़ी आबादी को अत्यधिक लाभ होगा। कुल मिलाकर घोषणाएं भारतीय स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन प्रदान करती हैं।’’
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के कार्यकारी अध्यक्ष प्रबाल घोषाल ने कहा कि नए र्निसंग कॉलेजों की स्थापना की घोषणा एक स्वागत योग्य कदम है। एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ एन के पांडे ने कहा कि चिकित्सा अनुसंधान, प्रयोगशाला, अनुसंधान और विकास, सहयोगी अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान देने के साथ बजट भविष्योन्मुखी दिखता है।