अंक 1 आज पुराने सम्बन्धियों से मिलना आपके लिए आर्थिक और व्यावसायिक रूप से फायदेमंद होगा। अपने साहस को कम न होने दें और ज़माना आपके क़दमों में होगा। कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प आपके लिए लाभदायक होगा। अंक 2 आप कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने के कगार पर हैं जो शायद विवाह से जुड़ा हो.
मेष आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। आज कुछ धनधान्य से जुड़े मामलों में फैसला आपके पक्ष में आएगा। आप जीवन साथी के लिए कुछ नए आभूषण और वस्त्र भी लेकर आ सकते हैं। इससे उनकी नाराजगी दूर होगी। रक्त संबंधी रिश्ते में मजबूती आएगी और भाइयों से जुड़ाव रहेगा। परिवार में.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-उत्तरायण मास-माघ पक्ष-शुक्ल ऋतु-शिशिर वार-सोमवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-पूर्व गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र.
अंक 1 सामाजिक कार्यक्रमों का आनंद ले किन्तु बुराइयों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचें। आपके जीवन का कोई विशेष व्यक्ति किसी मुसीबत या बिमारी का सामना कर सकता है। अतीत का कोई अवशेष आपके सामना आ सकता है। अंक 2 अगर बदलाव को अनदेखा नहीं कर सकते हो तो उसे अच्छे से संभालें।.
मेष आज का दिन बहुत ही सोच विचारकर आगे बढ़ने के लिए रहेगा। आपकी कुछ रसूखदार लोगों से मुलाकात होगी। आप अपनी सुख-सुविधाओं के कुछ वस्तुओं की खरीदारी भी कर सकते हैं। परिवार में कोई सदस्य आपको कोई सरप्राइस दे सकता है। आप दिल से लोगों का भला सोचेंगे, लेकिन लोग उसे आपका स्वार्थ समझ.
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-उत्तरायण मास-माघ पक्ष-शुक्ल ऋतु-शिशिर वार-रविवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ करण (सूर्योदयकालीन)-बव लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक दिशा शूल-पश्चिम योगिनी वास-ईशान गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-वृषभ व्रत/मुहूर्त-अचला सप्तमी/मूल प्रारंभ यात्रा शकुन-इलायची.
अचला सप्तमी इस बार 28 जनवरी दिन शनिवार को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान सूर्य देव जी की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य देव जी रथ पर बैठ कर प्रकट हुए थे। अचल सप्तमी के दिन दान और स्नान का भी बेहद महत्व माना गया है।.
इस साल अचला सप्तमी 28 जनवरी दिन शनिवार को मनाई जा रही है। अचला सप्तमी को सूर्य जयंती या रथ सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान और दान का बेहद महत्व माना जाता है। मान्यता यह भी है कि दिन स्नान और दान करने से धन धान्य, संतान, आरोग्य आदि.