कैथल (हरियाणा): बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच ने बुधवार को एक शख्स को हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम अमित उर्फ नाथी है, जो कलायत के बाता गांव का निवासी है। अमित पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अमित पर आरोप है कि उसने आरोपी जाशीन अख्तर को फरारी के दौरान करनाल में एक मकान किराए पर लेकर ठहराया था। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से केवल दो महीने पहले 15 दिन से अधिक दोनों आरोपी एक साथ रहे थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आरोपी के अन्य कनेक्शनों की जांच में जुट गई है।
उल्लेखनीय है कि 12 अक्टूबर की देर रात बांद्रा के निर्मल नगर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे के दफ्तर से बाहर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को तीन लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था। 66 वर्षीय नेता को तीन गोलियां लगी थीं। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में 19 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने उनके साथ मौजूद सुरक्षा गार्ड को निलंबित कर दिया। बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल श्याम सोनावणे ने वारदात के वक्त किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की। पुलिस के अनुसार, कांस्टेबल श्याम सोनावणे ने न तो आरोपियों को रोकने की कोशिश की और न ही बाबा सिद्दीकी को बचाने की। इस मामले में आंतरिक जांच भी चल रही है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, हत्याकांड में ऑस्ट्रियन ग्लॉक और तुर्की की जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने तीन तरह के हथियारों की बरामदगी की पुष्टि की है, जिसमें एक लोकल पिस्टल भी है।
ऑस्ट्रियन ग्लॉक पिस्टल विश्व भर में लोकप्रिय है। लेकिन, भारत में यह आम नागरिकों के लिए प्रतिबंधित है। इस पिस्टल से एक बार में 36 गोलियां फायर की जा सकती हैं। जिगाना पिस्टल लॉक्ड ब्रीच, शॉर्ट-रिकॉइल ऑपरेटेड वेपंस की श्रेणी में आती है, जिसमें डबल-एक्शन ट्रिगर यूनिट और 15 से 17 राउंड की क्षमता वाली मैगजीन होती है।