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विजीलैंस ने पकड़े 4 आरोपी; 3 प्रिंसीपल और एक निजी फार्मेसी कालेज का मालिक शामिल

डी-फार्मेसी में दाखिला-डिग्री जारी करने का मामलाः घोटाले में अब तक कुल 17 मुलजिम गिरफ्तार

लुधियानाः (अरुण )। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पंजाब स्टेट फार्मेसी कौंसिल (पीएसपीसी) के रजिस्ट्रारअधिकारियों से मिलीभगत कर उम्मीदवारों को एडमिशन देने और डी-फार्मेसी की डिग्रियां जारी करने के आरोप में 4 और गिरफ्तारियां की हैं। विजीलैंस ब्यूरो ने पहले ही एडमिशन, रजिस्ट्रेशन में अनियमितताएं करने और प्राइवेट कालेजों में पढ़ रहे अयोग्य विद्यार्थियों को डी-फार्मेसी के लाइसैंस जारी करने के दोष में पीएसपीसी के पूर्व रजिस्ट्रारों और अधिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज किया है।

विजीलैंस ब्यूरो अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आदेश इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंस एंड रिसर्च बठिंडा के मालिक गुरप्रीत सिंह गिल, प्रिंसीपल सरबजीत सिंह बराड़, साल 2013 में बरनाला जिले के लाला लाजपत राय कालेज सहणा में बतौर प्रिंसिपल रहे आरएस रामाकोड़ी और 2011 में लाला लाजपत कालेज ऑफ फार्मेसी मोगा के प्रिंसीपल रहे बलजिंदर सिंह बाजवा को पकड़ा है। विजीलैंस द्वारा पीएसपीसी के पूर्व रजिस्ट्रार मुलजिम प्रवीन कुमार भारद्वाज और डा. तेजवीर सिंह, सुपरिंटैंडैंट अशोक कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा इस मामले में 9 फार्मासिस्टों को भी नामजद करके गिरफ्तार किया गया है।

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