रसड़ा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लेखपालों की दबंगई देखने को मिली है। जहां, कृषि दुर्घटना बीमा का लाभ लेने पहुंची विधवा महिला से 10 हजार रपये की लेखपाल द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी। जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर जब मामले संबंधी रिश्वत का विरोध किया तो तो मौके पर मौजूद लेखपालों के एक ग्रुप ने दबंगई दिखाते हुए समाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरि सहित अन्य साथियों की पिटाई कर दी। इसके तुरंत बाद मौके पर मौजूद फरियादियों ने किसी तरह लेखपालों के चगुंल से छुड़वाया। मिली जानकारी के अनुसार कुछ साथियों को चोटे भी आई हैं। पीड़ितों ने कोतवाली पुलिस को मामले संबंधी तहरीर दे दी है। साथ ही लेखपालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर तहसील गेट पर सहयोगियों के साथ धरना शुरू कर दिया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
लेखपाल पर 10 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप
आपको बता दें कि तहसील क्षेत्र के ताड़ीबड़ा गांव की रहने वाली सीमा सिंह के पति की मौत एक दुर्घटना में हो चुकी है। कृषि दुर्घटना बीमा योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इसकी पत्रावली लेखपाल के जिम्मे है। आरोप है कि सीमा से लेखपाल ने पत्रावली पर रिपोर्ट लगाने के बदले में 10 हजार रुपये की मांग की गई थी। सीमा ने इस बात की जानकारी तहसील क्षेत्र के ही खैरानिस्फी गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता संजीव गिरि को दी। इसके बाद मंगलवार को संजीव गिरि अपने साथियों, के साथ तहसील में लेखपाल से मिले, ‘जहां रिश्वत को लेकर बहस होने लगी । इसी बीच आरोपी लेखपाल के समर्थन में कई अन्य लेखपाल जमा हो गए और संजीव की पिटाई कर दी।
मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
मारपीट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि ‘दैनिक सवेरा’ इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसके बाद संजीव ने कोतवाली में तहरीर दी और लेखपालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर तहसील गेट पर ही धरना शुरू कर दिया।