नई दिल्लीः दिल्ली में एनडीए के सांसदों की बैठक हो रही है। लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार का कद बढ़ गया है। नीतीश कुमार 5 जून से ही दिल्ली में हैं। वह 5 जून को एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली आए थे। पार्टी कार्यकर्ताओं में भी पूरा जोश देखा जा रहा हैं इस बीच पटना में नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें लिखा हुआ हैं,-टाइगर जिंदा हैं। बता दें कि ये वहीं जगह है, जहां पर कुछ समय पहले डबल इंजन सरकार वाला पोस्टर लगा था, जिसमें नीतीश कुमार और पीएम मोदी दोनों की तस्वीरें थी।
बता दें, दिल्ली में एनडीए के सांसदों की बैठक से पहले जनता दल यूनाइटेड के सांसदों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दिल्ली में बैठक की हैं। इस बैठक में जेडीयू के सांसद शामिल हुए। इस दौरान जदयू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को पूर्ण समर्थन की बात दोहराई। जेडीयू की यह बैठक सरकार गठन और केंद्रीय कैबिनेट समेत विभिन्न मुद्दों पर सहमति व जानकारी के लिहाज से महत्वपूर्ण बताई जा रही है। बैठक में पूर्व सांसद आनंद मोहन, सांसद ललन सिंह सहित जनता दल यूनाइटेड के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
बैठक से पहले जदयू के सांसदों ने रेल मंत्रालय की मांग दोहराई। गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में नीतीश कुमार रेल मंत्री रह चुके हैं। हालांकि औपचारिक तौर पर जेडीयू ने कैबिनेट में स्थान और पोर्टफोलियो को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। जदयू सांसद व नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले सांसद ललन सिंह कह चुके हैं कि कैबिनेट का विषय प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। बैठक में जाते हुए कुछ सांसदों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्ज दिए जाने की मांग भी की हैं। इस बीच जदयू नेताओं के अलग-अलग विषयों पर बयान सामने आते रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी बिहार को विशेष राज्य के दर्ज की बात कही थी। उन्होंने अग्निवीर योजना पर भी अपना वक्तव्य दिया था और कहा था कि इस योजना से मतदाताओं का एक वर्ग नाराज है।
वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड पर उनका कहना था कि बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएम ने विधि आयोग को पत्र लिखा था। सभी हितधारकों से बात कर इसका समाधान होना चाहिए। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाएंगे। उन्हें नेता चुनने के लिए संसद भवन परिसर में एनडीए के सभी सांसदों की बैठक हो रही है। एनडीए संसदीय दल की बैठक में भाजपा और सहयोगी दलों के सभी सांसद नरेंद्र मोदी को एनडीए के संसदीय दल का नेता चुनेंगे।
भाजपा एवं सहयोगी दलों के सांसदों के साथ-साथ, एनडीए के सहयोगी दलों के नेता, भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों से जुड़े भाजपा के नेता बैठक में मौजूद हैं। इससे पहले भाजपा के कई सहयोगी दल अपने-अपने सांसदों के साथ अलग-अलग बैठक कर चुके हैं। इसके बाद ये सभी एनडीए की बैठक के लिए संसद भवन रवाना हुए।