नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में पहुंच चुके हैं और संविधान पर चर्चा शुरू हो चुकी है। यह चर्चा देश के संविधान की अहमियत और उसके विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित है।पीएम मोदी ने लोकसभा में संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक महत्वपूर्ण संबोधन दे रहे हैं। उन्होंने भारत को लोकतंत्र की जननी और हमारे गणराज्य को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। प्रधानमंत्री ने भारतीय नागरिकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्पण और विश्वास हमारे लोकतंत्र की सफलता का आधार है। कांग्रेस के एक परिवार ने देश पर 55 साल राज किया ।
कांग्रेस राज में लोकतंत्र का गला घोटा गया…
पीएम मोदी ने कहा कि हमने वन नेशन, वन हेल्थ कार्ड दिया है। गरीबों को मुफ्त हेल्थ की सुविधा दी। देश की एकता के लिए आर्टिकल 370 को हटाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी और उसके शासनकाल पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में लोकतंत्र का गला घोटा गया था और इमरजेंसी के दौरान संविधान को बुरी तरह से नष्ट किया गया था। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला किया गया और आपातकाल के दौरान पूरे देश को जेलखाना बना दिया गया था।
इमरजेंसी में लोकतंत्र पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने आपातकाल (इमरजेंसी) का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस सरकार ने लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला और संविधान को नोचा था। यह वह समय था जब नागरिकों के अधिकारों पर भारी हमला हुआ था और विरोधियों को जेल में डाला गया था।
प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रेस की स्वतंत्रता को भी दबाया। उस समय मीडिया और पत्रकारों को अपनी बात रखने के लिए डराया-धमकाया गया। यह लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा आघात था।
कांग्रेस के पाप का कच्चा चिट्ठा…
प्रधानमंत्री ने कड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस के माथे पर जो पाप लगा है, वह धुलने वाला नहीं है। उनका इशारा कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए उन निर्णयों की तरफ था, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र और संविधान को नुकसान पहुंचाया। आज संविधान ही है जिसके कारण मेरे जैसे लोग पीएम बने। आज पूरे देश की जनता संविधान के साथ खड़ी है।
#WATCH | Constitution Debate | In Lok Sabha, PM Narendra Modi says, “This achievement of 75 years is not ordinary, it is extraordinary. India’s Constitution has brought us here by defeating the possibiltiies that were expressed for India at the time when the counrty attained… pic.twitter.com/pQPV7fAKDS
— ANI (@ANI) December 14, 2024
भारत: लोकतंत्र की जननी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है, यानी भारत ही वह देश है जिसने लोकतंत्र की नींव रखी। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा गणराज्य पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। इसका मतलब है कि हमारे देश की लोकतांत्रिक प्रणाली ने दुनिया के अन्य देशों को भी एक मार्गदर्शन प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी बताया कि यह अवसर हमारे लोकतंत्र के उत्सव को मनाने का है। इस दिन हम अपने लोकतांत्रिक संस्थाओं की ताकत, सफलता और भारतीय नागरिकों के योगदान को सलाम करते हैं।
भारतीय नागरिकों की भूमिका
पीएम मोदी ने भारतीय नागरिकों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा, “भारत का नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा है,” यानी भारतीय नागरिकों ने अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाया है। यही कारण है कि हमारे लोकतंत्र ने सफलता हासिल की है। भारतीय नागरिकों का विश्वास और समर्पण हमारे लोकतंत्र की सफलता का आधार है।
लोकतंत्र की ताकत और सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि हमारे लोकतंत्र की ताकत और सफलता का मूल कारण यहां के नागरिकों का विश्वास और समर्पण है। यह विश्वास और समर्पण ही हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को पूरी दुनिया में फैलाता है और भारत को दुनिया में एक मजबूत लोकतंत्र बनाता है।