नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि का आज तीसरा दिन है। आज मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। सुबह से ही दिल्ली एनसीआर के तमाम मंदिरों में भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है और भारी भीड़ देखने को मिल रही है। दिल्ली के कालकाजी, झंडेवालान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
मां चंद्रघंटा की शिखा पर चंद्र और हस्त में घंटा है। चंद्रमा शांति एवं घंटा नाद का प्रतीक होता है। देवासुर संग्राम में देवी के घंटा नाद से अनेकों असुर काल के ग्रास बन गए। शास्त्र में आराधना में नाद पर विशेष ध्यान दिया गया है। सुर एवं संगीत दोनों को ही वशीकरण का बीज मंत्र माना गया है। चंद्रघंटा देवी इसी की आराध्य शक्ति है। मां चंद्रघंटा नाद के साथ शांति का संदेश देती है।
जानकारों के मुताबिक, मां चंद्रघंटा की पूजा लाल व धारण कर करना श्रेष्ठ होता है। मां को लाल पुष्प, रक्त चन्दन और लाल चुनरी समर्पति करना उत्तम होता है। इनकी पूजा से मणिपुर चक्र मजबूत होता है और भय का नाश होता है।