Basant Panchami Shahi Snan : बसंत पंचमी का सनातन धर्म में बहुत मान्यता है। हिन्दू इस पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास से मनाते है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की प्रथा है। लोग इस दिन माँ सरस्वती की पूजा अर्चना करते है और पीला वस्त्र धारण करते है। इस बार संगम नगरी प्रयागराज में महाकुम्भ का आयोजन किया गया है। ऐसे में बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले शाही स्नान को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। आइए आपको बताते है की इस बार कब किया जाएगा शाही स्नान और कब है शुभ मुहूर्त?
मान्यताओं के अनुसार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत का त्यौहार मनाया जाता है। माँ सरस्वती को बुद्धि, विद्या और संगीत की देवी माना जाता है। इस दिन माँ सरस्वती की पूजा करके लोग माँ से आशीर्वाद प्राप्त करते है।
वरदान स्वरुप में मिलेगा आशीर्वाद-
144 सालों के बाद लगे महाकुम्भ के शुभ अवसर पर बसंत पंचमी पर होने वाला स्नान इस बार अमृत स्नान बन गया है। इससे इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से माँ सरस्वती का आशीर्वाद वरदान के रूम में मिल सकता है।
2 दिन मानी जाएगी बसंत-
पंचांग के अनुसार इस बार बसंत पंचमी का दिन रविवार, 2 फ़रवरी की सुबह 9 बजकर 16 मिनट पर शुरू होकर सोमवार, 3 फ़रवरी की सुबह ६ बजकर 54 मिनट पर खत्म होगा।
ब्रह्म मुहूर्त का समय-
पंचमी का दिन 2 फ़रवरी को शुरू होगा तो ऐसे में बसंत पंचमी का व्रत 2 तारीख को ही रखा जाएगा और शाही स्नान 3 फ़रवरी को किया जाएगा। पंचमी के पूरे दिन शाही स्नान किया जाता है लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान की अधिक मान्यता है। पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी के शाही स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त सोमवार, 3 फरवरी की सुबह 5 बजकर 23 मिनट से सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा।
डिस्क्लेमर- ऊपर दी गई सभी जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। दैनिक सवेरा इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है।