पिथौरागढ़/नैनीताल: उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से पर्यटकों के लिए आदि कैलाश और ओम पर्वत के लिये हैली पर्यटन सेवा शुरू की गई है। इस सेवा का शुभारंभ सोमवार को पिथौरागढ़ में किया गया। इस योजना के तहत चीन सीमा से सटे आदि कैलाश, ज्योलिकोंग और ओम पर्वत के दर्शन हेली सेवा से कराया जा रहा है।
इसके लिए बोर्ड ने सिद्धार्थ एविएशन, कुमाऊं मंडल विकास निगम के साथ ही ‘ट्रिप टू टैम्पल’ से करार किया है। आज एमआई-17 हैलीकाप्टर से गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, दिल्ली और हरियाणा के 16 पर्यटकों को हैली सेवा से प्रसिद्ध आदि कैलाश, ज्योलिकोंग और ओम पर्वत के दर्शन कराए गए। इस सेवा के शुरू होने से पर्यटकों में खासा उत्साह देखा गया। पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति चंद्र आर्य ने बताया कि आगामी 15 मई से यात्र को विस्तार किया जाएगा।
इसके तहत पर्यटकों को पांच दिन का एक विशेष पैकेज दिया जाएगा। इस योजना के तहत पर्यटकों को पहले दिन दिल्ली से पिथौरागढ़ की यात्र सड़क मार्ग से करायी जाएगी। शेष 4 दिन की यात्र हैलीकॉप्टर से करायी जाएगी। यात्र के दूसरे दिन पिथौरागढ़ से गुंजी ले जाया जाएगा। तीसरे दिन गुंजी से ज्योलिकोंग और यहां पार्वती सरोवर, शिव पार्वती मंदिर और आदि कैलाश के दर्शन कराने के बाद हैलीकाप्टर से वापस गुंजी लाया जाएगा। चौथे दिन गुंजी से नाबीढांग की सैर करायी जाएगी।
यहां ओम पर्वत के दर्शन होंगे। इस दौरान पर्यटकों को नाबी, गुंजी और नपलच्यू में होमस्टे में ठहराया जाएगा। पांचवें और अंतिम दिन पर्यटकों को गुंजी से पिथौरागढ़ लाया जाएगा। एक दिन में हैली की 6 शॉर्टी होंगी। पर्यटक इस यात्र का आनंद उठाने के लिये ट्रिप टू टैम्पल की वैबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। यह यात्रा 10 मई तक संचालित होगी।