पंचांग और शुभ मुहूर्त 25 अप्रैल 2023

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-पिंगल अयन-उत्तरायण मास-वैशाख पक्ष-शुक्ल ऋतु-ग्रीष्म वार-मंगलवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड करण (सूर्योदयकालीन)-बालव लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक दिशा शूल-उत्तर योगिनी वास-दक्षिण गुरु तारा-अस्त शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-मिथुन व्रत/मुहूर्त-श्री आद्य शंकराचार्य जयंती/श्री सूरदास.

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-श्री आद्य शंकराचार्य जयंती/श्री सूरदास जयंती
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

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