पंचांग और शुभ मुहूर्त 27 अप्रैल 2023

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-पिंगल अयन-उत्तरायण मास-वैशाख पक्ष-शुक्ल ऋतु-ग्रीष्म वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु योग (सूर्योदयकालीन)-धृति करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक दिशा शूल-दक्षिण योगिनी वास-वायव्य गुरु तारा-अस्त शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-कर्क व्रत/मुहूर्त-श्री.

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-श्री गंगा सप्तमी/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-गंगा स्नान कर मां गंगा में दीपदान करें। *(गंगा स्नान के अभाव में किसी पवित्र नदी में स्नान कर दीपदान करें)
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

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