पंचांग और शुभ मुहूर्त 31 दिसंबर 2022

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-शुक्ल ऋतु-शिशिर वार-शनिवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक दिशा शूल-पूर्व योगिनी वास-पूर्व गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-मेष व्रत/मुहूर्त-पंचक समाप्त/रवियोग यात्रा शकुन-शर्करा.

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-पौष
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-पंचक समाप्त/रवियोग
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में काला कंबल दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

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