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आज लगेगा उपछाया चंद्रग्रहण, आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ बातें और समय के बारे में

आज साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ये उपछाया चंद्र ग्रहण है। आपको बता दें कि यह हमारे सौर मंडल के कार्य करने के तरीके और खगोलीय पिंडों की गति के बारे में और अधिक जानने का एक शानदार मौका है। उपछाया ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया के पतले और बाहरी क्षेत्र से होकर गुजरता है। आइए जानते है साल के पहले चंद्र ग्रहण के बारे में:

उपछाया चंद्रग्रहण का समय?
विज्ञान और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई रात 8:45 से शुरू होगा और देर रात 1:02 बजे इसका समापन हो जाएगा. यह ग्रहण सवा 4 घंटे तक रहेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल का यह पहला चंद्रग्रहण उपछाया ग्रहण है, इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया से गुजरेगा, जिसके परिणाम स्वरूप चंद्र ग्रहण होगा. चंद्रमा की तुलना में पृथ्वी का अपेक्षाकृत आकार बड़ा है, जिसका मतलब है कि इसकी छाया भी प्राकृतिक उपग्रह की तुलना में बहुत बड़ी है. यह ग्रहण कुल 4 घंटे 18 मिनट तक चलेगा.

महाग्रहण का ऐसे देखें अद्भुत नजारा?
इस खगोली घटना का भारत के कुछ हिस्से में अद्भुत नजारा नहीं देखा जा सकेगा. चंद्र ग्रहण को धरती से बिना किसी खास उपकरण या टेलिस्कोप के देखा जा सकता है. हालांकि छोटे टेलिस्कोप इस नजारे को और बेहतर बना सकते हैं. ग्रहण के दौरान चंद्रमा को देखना काफी आकर्षक होता है.

2023 का दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को होगा. यह एक आंशिक चंद्रग्रहण होगा जो ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कई क्षेत्रों में दिखाई देगा.

सूर्य के चारों ओर पृथ्वी घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है. इस प्रक्रिया में एक समय ऐसा आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य एक ही सीध में आ जाते हैं. इस दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, लेकिन चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है. इस घटना को खगोलीय घटना के रूप में चंद्र ग्रहण कहा जाता है.

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