इस साल सावन में कुल 5 सोमवार के व्रत रखे जा चुके हैं। वहीं कल छठा सावन सोमवार का व्रत रखा जाएगा। वहीं, सावन मास के अधिकमास का आखिरी सोमवार का व्रत होगा। इस दिन जल में काला तिल मिलाकर अभिषेक करने से दरिद्रता से दूर हो जाती है। साथ ही इस दिन रुद्राक्ष धारण करने की भी विशेष मान्यता है। अब ऐसे में छठा सावन सोमवार का व्रत कब रखा जाएगा। इस दिन ऐसी मान्यता है कि व्रत रखने से और भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को सुखी वैवाहिक जीवन, मनचाहा जीवनसाथी, धन लाभ और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
इस विधि से करें भगवान शिव की पूजा
छठे सोमवार के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और सफेद रंग का वस्त्र पहनें। इसके बाद भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र) को शुद्ध जल, दूध, दही, शहद और गंगाजल से स्नान कराएं और उन्हें बेलपत्र, भांग और धतूरा चढ़ाएं। इस दिन महिलाएं मां पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाएं। साथ ही शिव चालीसा का पाठ करने के बाद उनकी आरती करें।
सावन के सोमवार के दिन रुद्राभिषेक और इस मंत्र का करें जाप
सोमवार के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने के दौरान इस मंत्र का जाप करें। ‘शिवो गुरूः शिवो देवः शिवो बन्धुः शरीरिणाम्। शिव आत्मा शिवो जीवः शिवादन्यन्न किंचन।।’ ऐसी मान्यता है कि इससे सभी ग्रह शांत हो जाते हैं।