माछीवाड़ा : नशे पर लगाम लगाने और पंजाब की जवानी को बचाने के लिए सरकार प्रत्येक संभव प्रयास कर रही है लेकिन ऐतिहासिक शहर माछीवाड़ा साहिब में सीवरेज होदियों की सफाई के दौरान मिली नशे की सैकड़ों खाली शीशियां प्रशासन पर सवाल उठा रही हैं कि यहां मैडीकल नशा जोंरो पर बिक रहा है। पुराने डाकघर के पास सीवरेज पाइप जाम हो गए थे, जिन्हें खोलकर जब सफाई कर्मियों ने ढक्कन उठाकर होदियों साफ की तो उन्हें कूड़े में भारी मात्र में खाली शीशियां मिलीं। दवा की इन खाली शीशियों का उपयोग खांसी की बीमारी के इलाज के लिए मरीज करते हैं लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि एक ही कंपनी के एक ही होदी से इतनी बड़ी मात्र में खाली शीशियां निकलना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि नशे के आदी लोग इस दवा का इस्तेमाल नशे के रूप में कर रहे हैं। माछीवाड़ा शहर और क्षेत्र के कुछ मैडीकल स्टोरों पर मैडीकल नशा जोरों पर बिक रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग और इस पर नकेल कसने वाले अधिकारी केवल खानापूर्ति के लिए जांच कर कार्रवाई करते हैं, जबकि पंजाब की जवानी को बर्बाद करने वाले मैडीकल स्टोरों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। माछीवाड़ा शहर की 2 होदियों की सफाई के दौरान भारी मात्र में नशे की खाली शीशियां निकली हैं और लोगों का कहना है कि अगर सभी होदियों की सफाई करा दी जाए तो यहां से निकलने वाली खाली शीशियां से पता चल जाएगा कि ये नशेड़ी रोजाना लाखों रुपए खर्च कर नशे का सेवन कर अपनी जवानी बर्बाद कर रहे हैं। इलाके के लोगों की मांग है कि मैडीकल नशा बेचने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके लाइसैंस रद्द किए जाएं ताकि इन दवाओं की सप्लाई रोकी जा सके।
मैडीकल स्टोरों का निरीक्षण करेंगे : Drug Inspector
इस संबंध में जब ड्रग इंस्पैक्टर कालड़ा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह माछीवाड़ा क्षेत्र में मौडीकल स्टोरों की जांच करेंगे और यदि किसी ने नियमों का उल्लंघन किया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि मैडीकल स्टोर मालिकों को सख्त निर्देश हैं कि कोई भी दवा बिना डॉक्टर की पर्ची के न दी जाए और खासकर वह दवा जिसे नशे के आदी लोग नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हों।