नयी दिल्ली: कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने संयुक्त अभियान में शुक्रवार को गुजरात तट से दूर भारतीय जलक्षेत्र में एक अपंजीकृत पोत से लगभग 700 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की जब्त की।
मादक पदार्थ नियंत्रक ब्यूरो (एनसीबी), नौसेना और गुजरात पुलिस की विशेष कार्य दल (एटीएस) के संयुक्त अभियान में आठ विदेशी नागरिक गिरफ्तार किये गये हैं। एनसीबी की ओर से जारी बयान के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों ने ईरानी होने का दावा किया है। एनसीबी ने कहा, “लगातार खुफिया जानकारी एकत्र करने और विश्लेषण करने के कारण विश्वसनीय सूचना मिली थी कि एक अपंजीकृत जहाज, जिस पर कोई एआईएस स्थापित नहीं है, मादक दवाओं/मनोवैज्ञानिक पदार्थों के साथ भारतीय जल में प्रवेश करेगा। इस सूचना के आधार पर ‘सागर-मंथन-4’ नामक अभियान शुरू किया गया और भारतीय नौसेना द्वारा अपने मिशन-तैनात समुद्री गश्ती परिसंपत्तियों को जुटाकर जहाज की पहचान की गई और उसे रोका गया, जिसके कारण शुक्रवार को प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया और आरोपियों को पकड़ लिया गया।”जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि यह ड्रग सिंडिकेट कैसे काम करता है, कौन इसके पीछे है, और इसके क्या संबंध हैं। इसके लिए उन्हें विदेशी डीएलईए की मदद लेनी पड़ रही है ताकि वे इस सिंडिकेट के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को समझ सकें।
बयान में कहा गया है कि इस साल की शुरुआत में अभियान सागर-मंथन के शुरू होने के बाद से, लगभग 3400 किलोग्राम विभिन्न तरह के मादक पदार्थों को जब्त किया गया है और तीन मामलों में 11 ईरानी तथा 14 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।