पंजाब डेस्क : महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11.38 बजे सुबह बठिंडा के गांव घुद्दा Punjab Central University में दसवें दीक्षांत समारोह के लिए पहुंचीं। उनके साथ पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति राघवेंद्र प्रसाद तिवारी, कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां उपस्थित रहे। राष्ट्रीय गान के साथ ही समारोह की शुरुआत हुई। कुलपति की मंजुरी के बाद शुरू हुई। कई विश्वविद्यालय के कुलपति, उपकुलपति, शिक्षक समाज पहुंचे। कुलपति राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय अनुसंधान प्रधान नीति तथा अत्याधुनिक अनुसंधान अवसंरचना शिक्षकों और विद्यार्थियों को उल्लेखनीय अनुसंधान उपलब्धियों तक पहुंचाने में सहायक रही है।
मात्र 9 वर्ष की अवधि में विश्वविद्यालय का स्कोपस इंडेक्स 102 के पार पहुंच चुका है, जबकि स्कोपस-सूचीबद्ध शोधपत्रों में शोध प्रकाशनों की संख्या 3,617 हो गई है तथा 79,509 से अधिक उद्धरण स्कोपस डेटाबेस में सूचीबद्ध हो चुके हैं। साथ ही, विश्वविद्यालय ने 101 करोड़ से अधिक की कुल स्वीकृत अनुसंधान अनुदान राशि के साथ 250 से अधिक शोध परियोजनाएं हासिल किए हैं।
प्रतिवर्ष विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त
विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता का प्रमाण यह भी है कि स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की ‘टॉप इंटरनेशनल साइंटिस्ट’ सूची (2024) में इसके 17 संकाय सदस्यों और एक शोध विद्वान को वैश्विक मान्यता प्राप्त हुई है। इसके अलावा, प्रो. राज कुमार को भारत के राष्ट्रपति द्वारा विज़िटर्स अवार्ड 2023 (बायोलॉजिकल साइंसेज) से सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय के छात्रों ने 15वीं और 16वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिताओं में विजयी होकर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड और एआईयू युवा महोत्सव में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया है। साथ ही, विश्वविद्यालय के अनेक विद्यार्थी प्रतिवर्ष विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। ये उपलब्धियां सीयू पंजाब की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पंजाब का प्रतिनिधित्व करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
9 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित
अपने पत्र में कुलपति ने नवाचार और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने की दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। राष्ट्रपति ने केंद्रीय यूनिवर्सिटी के नो विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। जिनमें 8 बालिकाएं हैं । पंजाब के गवर्नर ने कहा केंद्रीय यूनिवर्सिटी ने विश्व के सभी मापदंडपूर्ण किए और उन्होंने दीक्षांत समारोह मैं भाग लेने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने अपने बच्चों को इस लायक बनाया।
इन विद्यार्थियों की बदौलत भारत देश विश्व शक्ति बनेगा यह बच्चों का भविष्य नहीं बल्कि देश का भविष्य है। राष्ट्रपति ने कहा सभी विद्यार्थी परिश्रम से इस विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट बढ़ाएंगे। बठिंडा की धरती दसवीं पातशाही गुरु गोविंद सिंह चरणों की छोह प्राप्त धरती है और दमदमा साहिब एक बड़ा धार्मिक आस्था का केंद्र है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी की प्रेरणा पर प्रकाश डाला।