छत्तीसगढ़: बस्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच दो घंटे में 12 फीसदी से अधिक मतदान

रायपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को पहले दो घंटे में क्षेत्र के 12.02 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते.

रायपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को पहले दो घंटे में क्षेत्र के 12.02 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें से कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा तथा जगदलपुर के 72 मतदान केंद्र में सुबह सात बजे से मतदान प्रारंभ हो गया। इन क्षेत्रों में मतदाता अपराह्न् तीन बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के बस्तर और जगदलपुर के शेष 175 मतदान केंद्रों में सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। बस्तर क्षेत्र के कुल 14,72,207 मतदाता, जिनमें 7,71,679 महिला और 7,00,476 पुरुष मतदाता शामिल हैं, अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में थर्ड जेंडर के 52 मतदाता हैं।

क्षेत्र में कुल 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले दो घंटे में सुबह नौ बजे तक क्षेत्र के 12.02 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने जगदलपुर में, कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने सुकमा जिले के नागारास गांव में, राज्य के वन मंत्री केदार कशय़प ने बस्तर जिले के फरसेगुड़ा गांव में तथा भाजपा उम्मीदवार महेश कशय़प ने बस्तर जिले के कलचा गांव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का आह्वान किया है लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग के लिए बाहर निकल रहे हैं। क्षेत्र में गर्मी को देखते हुए सुबह से मतदान केंद्रों के सामने लंबी कतारें देखी गई है। बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षाबलों के 60 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा को देखते हुए बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है।

अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला यहां सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस के मध्य है। वर्ष 2000 में राज्य के गठन के बाद नक्सल प्रभावित इस लोकसभा क्षेत्र में 2004, 2009 और 2014 में भाजपा के उम्मीदवार की जीत हुई थी। लेकिन 2019 में यहां के मतदाताओं ने कांग्रेस के उम्मीदवार दीपक बैज पर भरोसा जताया था। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए इस बार सत्ताधारी दल भाजपा ने नए चेहरे महेश कशय़प को मैदान में उतारा है। कशय़प पूर्व में विश्व ंिहदू परिषद के सदस्य रह चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने मौजूदा सांसद दीपक बैज, जो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं का टिकट काटकर कोंटा क्षेत्र के विधायक कवासी लखमा को मैदान में उतारा है। राज्य की 11 लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव होंगे।

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