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Aamir Khan के Top 5 मानसून सॉन्ग्स के साथ अपने प्लेलिस्ट में लगाएं चार चांद

मुंबई : बॉलीवुड के सबसे वर्सेटाइल एक्टर्स में से एक आमिर खान ने कई यादगार रेन सॉन्ग्स में काम किया है, जिन्होंने दर्शकों पर कभी ना मिटने वाली छाप छोड़ी है। तो चलिए आमिर खान के पांच सबसे यादगार मानसून सॉन्ग्स पर नजर डालते हैं, जो अब हमारी मानसून प्लेलिस्ट का हिस्सा बन गए हैं।

जूबी डूबी :

“3 इडियट्स” का “ज़ूबी डूबी” एक फन और लाइवली सॉन्ग है, जो मानसून के दौरान प्यार और रोमांस की खुशी को पेश करता है। इसमें आमिर खान और करीना कपूर बारिश में नाचते हुए नजर आ रहे हैं और उनका एनर्जेटिक परफोर्मेन इसे एक विजुअल और म्यूजिकल ट्रीट बनाता है।

जो हाल दिल का :

“सरफरोश” का गाना “जो हाल दिल का” आज भी लोगों का पसंदीदा है। कुमार सानू और अलका याग्निक द्वारा गए गए इस गाने में आमिर खान संग सोनाली बेंद्रे की रोमांटिक केमिस्ट्री देखी जा सकती है। इमोशंस से भरे धुन और बारिश बैकड्रॉप के साथ यह गाना सभी के दिलों को छूता है।

आँखों से तूने क्या कह दिया :

“गुलाम” का गाना “आंखों से तूने ये क्या कह दिया” एक रोमांटिक गाना है, जिसमें मानसून के साथ प्यार के जादू को महसूस किया जा सकता है। इसमें आमिर खान और रानी मुखर्जी हैं, और हल्की बारिश और दिल को छू लेने वाले बोल इसे उन लोगों के लिए पसंदीदा बनाते हैं जो बारिश के दिनों में रोमांटिक होना पसंद करते हैं।

“देखो ना” :

“देखो ना” गाना आमिर खान और काजोल पर फिल्म फना में फिल्माया गया है। यह एक खूबसूरत गाना है जो मानसून के मौसम की खूबसूरती और रोमांस को बखूबी दर्शाता है।

घनन घनन :

“लगान” का “घनन घनन” एक उम्मीद भरा गाना है, जो लंबे सूखे के बाद मानसून के आने का जश्न मनाता है। इसमें आमिर खान और फिल्म के कलाकार शामिल हैं। खुशी भरा नाच, पारंपरिक धुनें और बारिश के लिए उत्साह जश्न और राहत भरा माहौल बनाता है।

जब से आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ की घोषणा हुई है, तब से सभी को इसका बेसब्री से इंतजार है। आमिर खान इसमें जेनेलिया देशमुख और दर्शील सफारी के साथ नजर आएंगे और इस फिल्म का डायरेक्शन आरएस प्रसन्ना करेंगे। लोग आमिर खान को एक और दिलचस्प कहानी के साथ वापस आते देखने के लिए उत्साहित हैं, जो डाउन सिंड्रोम पर केंद्रित होगी।इस फिल्म के साथ आमिर खान का लक्ष्य डाउन सिंड्रोम के बारे में बातचीत शुरू करना और इस स्थिति से पीड़ित लोगों की चुनौतियों को दिखाना है। इससे इस बात को लेकर उत्साह बढ़ गया है कि फिल्म इस नए विषय और समाज पर इसके प्रभाव को कैसे पेश करेगी।

 

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