मुंबई: फिल्म मुंबई की झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले सिद्धू पर आधारित है, जो अपने लापता भाई के बारे में सच्चाई उजागर करने के लिए “मैदान” नामक भूमिगत अस्तित्व खेल प्रतियोगिता में भाग लेता है। जीतेगा तो जीऐगा! एक स्पोर्ट्स एक्शन फिल्म है। स्टंट को बहुत खूबसुरती से दिखायगया है फिल्म में अर्जुन रामपाल की एक्टिंग सरहाना लायक है उनके फिटनेस का क्या कहना एक तरफ से बोल सकते हैं।
अर्जुन रामपाल का एक इको बैक सा हुआ. बात कहानी की है तो आपको संजय दत्त और उनकी लक फिल्म की याद दिलाती है, कंटेंट वही है जो प्रेजेंटेशन के अनुसार नया है। विद्युत जामवाल स्टंट करते हैं लेकिन वह अच्छा कर लेते हैं पर उनको ज़रा की एक्टिंग पर ध्यान देना जरूरी हो गया है, जैसे नोरा फतेही को हिंदी भाषा में स्पोर्ट और स्टंट लवर्स के लिए फिल्म परफेक्ट है। आप विद्युत जामवाल को बहुत अलग-अलग स्टंट करते हुए देख सकते हैं।
विद्युत जामवाल ज्यादातर एक्शन फिल्मों के लिए ही जाने जाते हैं और वह अपने स्टंट खुद करते हैं और इसीलिए उनके स्टंट बहुत ही ज्यादा रियल लगते हैं और इस फिल्म के अंदर भी विद्युत जामवाल बहुत ही ज्यादा कमाल के हमें दिखाई दे रहे हैं क्रैक फिल्म के निर्देशक आदित्य दत्त हैं। आदित्य को कहानी पर ध्यान देना था। जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको ऐसा लगेगा जैसे यह लक फिल्म का अपडेटेड वर्जन है।
दैनिक सवेरा टाइम्स न्यूज और मीडिया नेटवर्क इस फिल्म को 3.5 स्टार की रेटिंग दे रहा है।