‘सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार’ और ‘राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार’ का नाम बदल दिया गया है और इनमें से दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज अभिनेत्री के नाम को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए किए गए बदलावों के तहत हटा दिया गया है। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। ‘सत्तरहवें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2022 के नियम’ विभिन्न श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्कारों को तर्कसंगत बनाने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रलय द्वारा गठित एक समिति के सुझाए परिवर्तनों को दर्शाते हैं।
इन बदलावों में दादा साहब फाल्के पुरस्कार सहित नकद पुरस्कारों में बढ़ौतरी और कई पुरस्कारों को शामिल किया जाना शामिल है। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2022 के लिए प्रविष्टियां 30 जनवरी तक जमा हुई थीं। महामारी के कारण पुरस्कार एक साल देरी से प्रदान किए जा रहे हैं और 2023 में 2021 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए गए। समिति द्वारा सुझाए गए और विनियमों में शामिल परिवर्तनों के अनुसार, ‘निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार’ का नाम बदलकर ‘निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म’ कर दिया गया है।
पुरस्कार राशि, जो पहले निर्माता और निर्देशक के बीच विभाजित होती थी, अब केवल निर्देशक को दी जाएगी। इसी तरह, ‘राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार’ को अब ‘राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाली सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म’ कहा जाएगा। इस श्रेणी में सामाजिक मुद्दों और पर्यावरण संरक्षण के लिए पुरस्कार वर्गो को मिला दिया गया है।