विवेक अबोरॉय कहा कि खुशी की बात है कि 500 साल के वनवास के बाद राम लला अपने घर आ रहे हैं। लाखों लोगों की कड़ी तपस्या और बलिदान के बाद राम लला आ रहे हैं। यह राम जी का ही आशीर्वाद है कि हम लोग आज यहां हैं।
राल लला का बाल स्वरूप बेहद प्यारा है। बच्चों पर बहुत प्यार आता है और जब आप राम को बाल स्वरूप में देखते हैं तो दिल में एक अलग खुशी और प्यार उमड़ता है।
|| जय श्री राम ||