मुंबई: बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर अभिनीत फिल्म ‘भीड़’ काफी चर्चाओं में है। इसकी कहानी कोविड-19 महामारी के चलते लॉकडाउन पर आधारित है। इसमें हीरो अपने प्रयासों से लोगों के मन में विश्वास पैदा करता है। ऐसे ही रियल लाइफ के हीरो हैं।
देशभर में लगे लॉकडाउन के बीच सोनू सूद ने अलग-अलग हिस्सों में फंसे सैकड़ों प्रवासियों को उनके घर लौटने में मदद की। उन्होंने लोगों के लिए कई परिवहन बसों की व्यवस्था कर एक मिसाल कायम की। सोनू सूद फाउंडेशन ने ‘घर भेजो’ अभियान की शुरूआत की, जिसने 7,50,000 प्रवासियों को घर पहुंचाने में मदद की और 60,000 लोगों को भोजन कराया। सोनू के बारे में पोस्ट करते हुए, फिल्म के लीड एक्टर राजकुमार राव ने उनके प्रयासों की सराहना की। सोनू ने राव को जवाब देते हुए कहा, “सच में भाई इंतजार कर रहा हूं!” इन प्रवासियों के लिए यात्रा और भोजन की व्यवस्था करने से लेकर, एक्टर ने विभिन्न राज्य के अधिकारियों से अनुमति प्राप्त की और सैकड़ों प्रवासियों को उनके घर के लिए रवाना करने के लिए व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहे। ‘भीड़’ उम्मीद की एक कहानी है। निर्माता उन नायकों की कहानियों को बताना चाहते है जिन्होंने ऐसे मुश्किल समय में आगे बढ़कर मदद की। कई मायनों में सोनू के काम ने फिल्म को प्रेरित किया।