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बोमन ईरानी की सफलता में उनके जीवन की घटनाओं का रहा अहम योगदान, जानें क्या बोले?

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर बोमन ईरानी के निर्देशन में बनी फीचर फिल्म ‘द मेहता बॉयज’ जमकर तारीफें बटोर रही है। शिकागो साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल में ‘द मेहता बॉयज’ को स्टैंडिंग ओवेशन मिला है। ‘द मेहता बॉयज’ को मिल रही तारीफों के बीच बोमन ईरानी ने अपने जीवन से जुड़ी घटनाओं के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि कैसे उनके जीवन की हर एक घटना ने उन्हें एक अच्छे अभिनेता बनने में योगदान दिया है। दरअसल, अभिनेता बोमन ईरानी ने अपने करियर के दौरान वेटर, फोटोग्राफर और वेफर शॉप में भी काम किया। इसके बाद उन्होंने एक सफल अभिनेता के तौर पर इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई।

बोमन ईरानी ने कहा, मैं कहना चाहूंगा कि देर आए मगर दुरुस्त आए। मैं वास्तव में ऐसा मानता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं अपनी समय सीमा या अपने करियर को उसी तरह से चला रहा हूं, जैसा हर कोई सोचता है। उन्होंने आगे कहा, मेरे करियर का हर एक पल, जब मैंने एक वेटर के रूप में काम किया या 14 साल तक अपने परिवार की शॉप में काम किया हो या फिर अपने बच्चों की परवरिश करना हो। उसके बाद ही मैंने थिएटर का रूख किया और करीब 14 साल तक फोटोग्राफी की, तब जाकर मैंने फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया। बोमन ईरानी ने बताया कि एक्टर बनने से पहले उन्होंने जो कुछ भी किया वह उनके जीवन में काम आया है।

उन्होंने आगे कहा, कई मायनों में, मैं खुद को इस खेल में इतनी देर से आने के लिए सांत्वना दे रहा हूं, लेकिन मैं यह कहूंगा कि मैंने जो कुछ भी किया है। चाहे वह एक वेटर के तौर पर हो या दुकान पर बैठना हो। मैंने इन सभी घटनाओं से सिनेमा के बारे में सीखा। दुकान पर बैठकर मैंने हर एक दिन, हर उस कैरेक्टर के बारे में नोट किया, जो मेरे दिल को भाता था।

उन्होंने कहा, फोटोग्राफी के दौरान मेरे द्वारा ली गई तस्वीरों ने कहानियों को बताने के लिए प्रेरित किया, जबकि थिएटर ने मुझे नाटक का अनुशासन सिखाया। जो चीज मुझे वास्तव में सीखने की जरूरत थी, वह था लिखना। सिर्फ इसलिए कि मैं 25-35 साल से एक्टिंग कर रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं एक लेखक के रूप में या एक निर्देशक के रूप में योग्य हूं। आप सभी को अपना बकाया चुकाना पड़ता है और मुझे लगता है कि मैंने अपना बकाया चुका दिया है।

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