मुंबई: पंजाबी गायक और एक्टर दिलजीत दोसांझ ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए जर्मनी में अपने कॉन्सर्ट को रोक दिया, आपको बता दें कि रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। दिलजीत का टाटा के बारे में बोलते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दिलजीत ने इंस्टाग्राम पर अपने फैन पेज, टीमदिलजीत से एक पोस्ट शेयर करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की, जिसमें संदेश था “RIP रतन टाटा।”
वायरल क्लिप में दिलजीत ने पंजाबी में दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी रतन टाटा को जानते हैं। उनका निधन हो गया है, और मुझे लगा कि आज उन्हें सम्मानित करना महत्वपूर्ण है। अपने पूरे जीवन में, उन्होंने बहुत मेहनत की। मैंने उनके बारे में जो कुछ भी सुना और पढ़ा है, उससे पता चलता है कि उन्होंने कभी किसी के बारे में बुरा नहीं कहा।”
उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने हमेशा कड़ी मेहनत, अच्छे कामों और दूसरों की मदद करने के लिए खुद को समर्पित किया है। यही जीवन है, और हमें ऐसा ही होना चाहिए। अगर हम उनके जीवन से कोई एक सीख ले सकते हैं, तो वह है कड़ी मेहनत करना, सकारात्मक सोचना, मददगार बनना और जीवन को भरपूर जीना।
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दिलजीत कई हफ्तों से अमेरिका और यूरोप का दौरा कर रहे हैं और अक्टूबर में अपने दौरे का भारतीय चरण शुरू करेंगे। भारतीय दौरा 26 अक्टूबर को नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से शुरू होगा और हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पुणे, कोलकाता, बैंगलोर, इंदौर, चंडीगढ़ और गुवाहाटी जैसे शहरों में जारी रहेगा।
शाम 4 बजे रतन टाटा का किया जाएगा अंतिम संस्कार
जनता को गुरुवार को सुबह 10:30 बजे मुंबई के नरीमन पॉइंट में एनसीपीए लॉन में रतन टाटा को अंतिम श्रद्धांजलि देने का अवसर मिलेगा, जबकि शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। टाटा ट्रस्ट की ओर से एक बयान में व्यवस्थाओं का विवरण दिया गया है, जिसमें जनता को गेट 3 से प्रवेश करने और गेट 2 से बाहर निकलने का निर्देश दिया गया है, क्योंकि साइट पर कोई पार्किंग उपलब्ध नहीं होगी। पुलिस ने कार्यक्रम की तैयारी के लिए ओबेरॉय होटल से आगे मरीन ड्राइव रोड की घेराबंदी कर दी है।
भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित है रतन टाटा
रतन टाटा भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक थे। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने खूब तरक्की की और परोपकार सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 28 दिसंबर, 1937 को मुंबई में जन्मे, उन्होंने 1991 से 2012 में अपनी सेवानिवृत्ति तक टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, जिसके बाद उन्हें मानद अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2008 में, उन्हें भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।