मुंबई : नवी मुंबई में महाराष्ट्र सरकार की एजेंसी शहर एवं औद्योगिक विकास निगम (सिडको) के स्वामित्व वाली एक जमीन को अवैध रूप से बेचकर एक व्यवसायी से लगभग 18 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अपराध में आरोपियों की मदद करने के आरोप में सिडको तथा राजस्व विभाग के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
मुअज्जम मकसूद भाईजी और इब्राहिम भाईजी नाम के गिरफ्तार
अधिकारी ने बताया कि नवी मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में शुक्रवार को मुअज्जम मकसूद भाईजी और इब्राहिम भाईजी नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि उनकी संपत्ति सिडको द्वारा अधिग्रहीत की गई है, जिसके लिए उन्हें मुआवजा मिल चुका था, लेकिन बाद में उन्होंने स्पष्ट रूप से संपत्ति के जाली दस्तावेज बनाए तथा उसी भूखंड को व्यवसायी को बेच दिया।
पुलिस के अनुसार, उनके साथी तुलसी जश्नानी और गौतम की भी तलाश की जा रही है, जबकि एक अन्य आरोपी महेश अलीमचंदानी की पिछले साल मौत हो गई थी।
जमीन में धन निवेश करने का दिया गया था लालच
अधिकारी ने बताया कि कारोबारी विनय चावला ने पिछले साल पुलिस में दर्ज शिकायत में दावा किया था कि उन्हें जमीन में धन निवेश करने का लालच दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जश्नानी, अलीमचंदानी और कुछ स्थानीय रियल एस्टेट एजेंट तथा गिरफ्तार आरोपियों ने उसे जाली एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) एवं संपत्ति के फर्जी दस्तावेज सौंपे।
पुलिस ने कहा कि रियल एस्टेट एजेंट और धोखाधड़ी में शामिल कुछ अन्य लोगों की तलाश जारी है।