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“मेड इन चाइना” से “क्रिएटेड इन चाइना” तक कितना बदला चीनी रेलवे”

 

वर्ष 1998 में, पुनर्निर्माण और स्पीड-अप किये गये गुआंगज़ौ-शेन्ज़ेन रेलवे की परिचालन ट्रेनों की अधिकतम गति हर घंटे में 200 किमी पहुंची। गुआंगज़ौ-शेन्ज़ेन रेलवे उच्च गति लक्ष्य तक पहुंचने वाला चीन का पहला रेलवे बना। वर्ष 2002 में शंघाई मैग्लेव ट्रेन प्रदर्शन संचालन लाइन पूरी हो गई। रेलवे की ट्रेनों की डिज़ाइन गति हर घंटे में 430 किमी पहुंची, जो चीन की पहली हाई-स्पीड रेल प्रणाली बनी है। वर्ष 2003 में, छिंगहुआंगडाओ-शेनयांग यात्री समर्पित लाइन का पूरा खंड पूरा हो गया, जिसकी डिज़ाइन गति के हर घंटे में 250 किमी पहुंची। यह चीन की पहली हाई-स्पीड राष्ट्रीय रेलवे लाइन बना है।

वर्ष 2004, चीनी राज्य परिषद द्वारा जारी “चीन में मध्यम और दीर्घकालिक रेलवे नेटवर्क की परियोजना” के मुताबिक, चीन ने हर घंटे में 200 किमी से अधिक के डिजाइन गति सूचकांक के साथ “चार क्षैतिज और चार ऊर्ध्वाधर” वाले यात्री समर्पित लाइनें बनाने की परियोजना की है। वर्ष 2005 में, शिच्याजुआंग-ताइयुआन हाई-स्पीड रेलवे का निर्माण शुरू हुआ।

चीन ने हाई-स्पीड यात्री समर्पित रेलवे के मानकीकृत निर्माण के चरण में आधिकारिक तौर पर प्रवेश किया। तब से, बड़ी संख्या में मुख्य लाइन हाई-स्पीड रेलवे और इंटरसिटी हाई-स्पीड रेलवे परियोजनाएं एक के बाद एक शुरू हुई हैं।
वर्ष 2009 में, पेइचिंग-गुआंगज़ौ हाई-स्पीड रेलवे के वुहान-गुआंगज़ौ खंड को परिचालन में लाया गया। इस खंड पर ट्रेनों की अधिकतम परिचालन गति हर घंटे में 350 किमी पहुंची। तब से, हाई-स्पीड रेल परिवहन ने चीन के मुख्य रेलवे पर एक महत्वपूर्ण स्थान लेना शुरू कर दिया है।

यह चीन के हाई-स्पीड रेल के युग में आधिकारिक तौर पर प्रवेश करने का प्रतीक बना है। वर्ष 2017, शिच्याजुआंग-जिनान हाई-स्पीड रेलवे के परिचालन शुरू करने के साथ चीनी रेलवे के “चार क्षैतिज और चार ऊर्ध्वाधर” वाले यात्री समर्पित लाइनें सभी पूरे हो चुके हैं। 30 अगस्त, 2022 को, चीन का पहला क्रॉस-समुद्र हाई-स्पीड रेलवे (नवनिर्मित फ़ूज़ौ-श्यामेन-जांगजौ हाई-स्पीड रेलवे) ट्रैक बिछाने के साथ पूरा हुआ।

उस साल, चीन में समुद्र के अंदर दुनिया की सबसे लंबी हाई-स्पीड रेल सुरंग और दुनिया के सबसे लंबे हाई-स्पीड रेलवे क्रॉस-समुद्र पुल के निर्माण का आरंभ करने के साथ, चीन ने क्रॉस-समुद्र हाई-स्पीड रेल के युग में प्रवेश किया है।
पिछले 25 वर्षों में, आरामदायक और हाई-स्पीड रेल सभी लोगों के लिए यात्रा का पसंदीदा साधन बनी है। वर्ष 2022 के अंत तक, चीन के राष्ट्रीय रेलवे की परिचालन लंबाई बढ़कर 155,000 किलोमीटर पहुंची।

इनमें से, हाई-स्पीड रेल की कुल लंबाई 42,000 किलोमीटर (इंटरसिटी रेल सहित) पहुंची, जो शून्य से भूमध्य रेखा के चारों ओर एक सर्कल तक की सफलता प्राप्त हुई है। वर्तमान में, चीनी रेलवे ने विभिन्न परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न गति स्तरों की हाई-स्पीड ईएमयू ट्रेनों के डिजाइन और निर्माण की पूरी तकनीक में महारत हासिल कर ली है।

चीनी रेलवे के पास मजबूत प्रणाली एकीकरण, अनुकूलित संशोधन, व्यापक समाधान और पूर्ण स्थानीयकरण स्वतंत्र नवाचार क्षमताएं हैं। चीन में अंततः स्वतंत्र तकनीकी मानकों और डिजाइनों का गठन किया गया है। चीनी रेलवे ने “मेड इन चाइना” से “क्रिएटेड इन चाइना” में परिवर्तन पूरा कर लिया है। चीन के राष्ट्रीय रेलवे ब्यूरो के प्रभारी फ़ेई डोंगबिन ने कहा कि वर्ष 2012 से वर्ष 2022 तक, चीन दुनिया का सबसे बड़ा हाई-स्पीड रेलवे नेटवर्क बना है।

चीन में उचित लेआउट, व्यापक कवरेज, स्पष्ट परतों और कुशल आवंटन के साथ एक रेलवे नेटवर्क मूल रूप से स्थापित हुआ। उन्होंने कहा कि चीनी रेलवे इतिहास में सबसे तेजी से बढ़ने वाले, सबसे सुरक्षित और सबसे स्थिर चरण की शुरुआत कर रहा है। वर्तमान में, चीन के रेलवे यात्री कारोबार, कार्गो डिलीवरी मात्रा, माल ढुलाई कारोबार और परिवहन घनत्व सभी दुनिया में पहले स्थान पर हैं।

चीन की स्व-अनुसंधित एवं स्व-विकसित नई पीढ़ी की हाई-स्पीड ट्रेन फूक्सिंग ईएमयू ने 31 प्रांतों, स्वायत्त क्षेत्रों और नगर पालिकाओं का पूर्ण कवरेज हासिल कर लिया है। 70 प्रतिशत से अधिक चीनी यात्री ईएमयू से यात्रा करना चुनते हैं। चीन की रेलवे यात्री परिवहन सेवाओं के विपणन, सुविधा और सूचनाकरण में तेजी लाई गई है। चीनी रेलवे इंटरनेट टिकटिंग प्रणाली 720 करोड से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करती है, जो दुनिया की सबसे बडी इंटरनेट टिकटिंग प्रणाली है।

चीन में “टिकट खरीदने में कठिनाई” की समस्या को मौलिक रूप से बदल दिया गया है। चीनी रेलवे कंपनियों ने दुनिया के 60 प्रतिशत हाई-स्पीड रेल नेटवर्क का काम संभाला है। इनमें से तुर्की, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, लाओस, थाईलैंड, रूस, हंगरी, सर्बिया, इथियोपिया आदि देश शामिल हैं। चीन विश्व हाई-स्पीड रेलवे विकास को संयुक्त रूप से बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ अपनी उन्नत व परिपक्व हाई-स्पीड रेलवे तकनीक को सक्रिय रूप से साझा कर रहा है।

(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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