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मातृभूमि में वापसी की 23वीं वर्षगांठ, पूरी तरह खिलता है “कमल”

हर वर्ष 20 दिसंबर को चीन में मकाओ की वापसी की वर्षगांठ होती है। 20 दिसंबर, 1999 को मकाओ के सांस्कृतिक केंद्र में चीन और पुर्तगाल ने सत्ता सौंपने का समारोह आयोजित किया। उसी दिन से, चीन ने मकाओ पर अपनी संप्रभुता फिर से शुरू कर दी है, और मकाओ मातृभूमि की गोद में वापस आ गया है।

1999 में चीन में वापसी की शुरुआत में, मकाओ की अर्थव्यवस्था ने लगातार चार वर्षों तक नकारात्मक आर्थिक विकास का अनुभव किया। मकाओ की जीडीपी 51.9 अरब मकाओ पटाका (एमओपी) थी, और प्रति व्यक्ति की जीडीपी 1.2 लाख एमओपी थी। 2018 तक, मकाओ की जीडीपी बढ़कर 444.7 अरब एमओपी हो गई थी, और प्रति व्यक्ति जीडीपी 6.7 लाख एमओपी तक पहुंच गई थी। (1 एमओपी 0.12 अमेरिकी डॉलर के बराबर है)

इस वर्ष 20 दिसंबर को मकाओ की मातृभूमि चीन में वापसी की 23वीं वर्षगांठ है। पिछले 23 सालों में मकाओ हमेशा “एक देश, दो व्यवस्थाएं” प्रणाली के तहत विविध विकास करता  रहा है। गेमिंग उद्योग के अलावा, चीन की केंद्र सरकार के मजबूत समर्थन और मकाओ एसएआर सरकार और समाज के सभी क्षेत्रों के संयुक्त प्रयासों से, मकाओ के पर्यटन उद्योग, सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्योग, सम्मेलन और प्रदर्शनी उद्योग, और पारंपरिक चीनी चिकित्सा उद्योग तेजी से शुरू हुआ और विकास में काफी प्रगति हासिल हुई।

मकाओ का खाना पूरी दुनिया भर में मशहूर है। 2017 में, दक्षिण पश्चिम चीन के सछवान प्रांत की राजधानी छंगतू और दक्षिण चीन के क्वांगतोंग प्रांत के श्वुन-द शहर के बाद, मकाओ यूनेस्को द्वारा रचनात्मक शहरों में “व्यंजन की राजधानी” के रूप में मान्यता प्राप्त तीसरा चीनी शहर बन गया।

चीनी की भूमि में मकाओ का क्षेत्रफल केवल 30 वर्ग किलोमीटर से अधिक है, लेकिन यह क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, और विश्व में उच्चतम प्रति व्यक्ति जीडीपी वाले क्षेत्रों में से एक भी है। भविष्य में, मकाओ अर्थव्यवस्था के विविधीकरण को और तेज करेगा, और अपने विकास की गति, जीवन शक्ति, नवाचार, प्रतिस्पर्धात्मकता व स्थिरता को लगातार बढ़ाएगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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