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South Korea में सरकारी सहायता के लिए 66 दुर्लभ बीमारियों को किया गया नामित

सरकार द्वारा चुनी गई इन बीमारियों के मरीजों के चिकित्सा खर्च को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा सेवा के तहत घटाकर कुल खर्च का केवल 10} कर दिया जाता है।

सियोल: दक्षिण कोरिया की रोग नियंत्रण एजेंसी ने रविवार को बताया कि इस साल 66 नई दुर्लभ बीमारियों को सरकारी सहायता के लिए नामित किया गया है। इससे अब कुल 1,314 दुर्लभ बीमारियां सरकारी देखरेख के दायरे में आ गई हैं। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम एजेंसी ने जानकारी दी कि पिछले साल यह संख्या 1,248 थी।

सरकार द्वारा चुनी गई इन बीमारियों के मरीजों के चिकित्सा खर्च को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा सेवा के तहत घटाकर कुल खर्च का केवल 10} कर दिया जाता है। इससे लंबे समय तक इलाज या महंगे इलाज का बोझ कम होता है। दुर्लभ बीमारियां उन बीमारियों को कहा जाता है जिनके मरीजों की संख्या 20,000 से कम होती है, या जिनकी पहचान में कठिनाई के कारण मरीजों की संख्या अज्ञात रहती है।

हर साल सरकार दुर्लभ रोग प्रबंधन अधिनियम के तहत नई दुर्लभ बीमारियों को सहायता के लिए शामिल करती है। साल 2022 में 54,952 नए दुर्लभ रोग मरीजों का पंजीकरण किया गया। दूसरी ओर, यूनिटेड नामक एक वैश्विक संगठन, जो निम्न और मध्यम आय वाले देशों में सस्ती चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने पर काम करता है, ने कोविड-19 महामारी से निपटने में दक्षिण कोरिया की प्रशंसा की है।

यूनिटेड के कार्यकारी निदेशक फिलिप डय़ूनटन ने कहा कि दक्षिण कोरिया ने भविष्य की महामारियों और बीमारियों से निपटने के लिए दुनिया को बेहतरीन सबक दिए हैं। उन्होंने इसे ‘दुनिया में सबसे अच्छा प्रबंधन‘ बताया और कहा कि कोरिया ने ‘अनुशासन, संवाद, सामूहिक बुद्धिमत्ता और जिम्मेदारी‘ का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। दक्षिण कोरिया यूनिटेड का एक प्रमुख दानदाता है। इस देश ने 2023 के अंत तक इस संगठन को कुल 95 मिलियन डॉलर का योगदान दिया है और इसके कार्यकारी बोर्ड का हिस्सा रहा है।

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