ल्यांग वानन्यान चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की महामारी प्रतिक्रिया और निपटान के लिए कार्य दल के विशेषज्ञ समूह के प्रमुख हैं। हाल ही में उन्होंने चाइना मीडिया ग्रुप को दिए एक इन्टरव्यू में कहा कि चीन ने महामारी के खिलाफ़ लड़ाई में प्रमुख उपलब्धियां प्राप्त की हैं, जिन्होंने देश में रणनीतिक अनुकूलन के अवसर दिये हैं।
उन्होंने कहा कि तीन सालों में महामारी के खिलाफ़ लड़ाई में चीन ने रणनीतिक परिणाम प्राप्त किये, और महामारी की रोकथाम व नियंत्रण और सामाजिक आर्थिक विकास को संतुलित किया। ऐसा कहा जा सकता है कि चीन ने लाखों लोगों को संक्रमण और मौत से बचा लिया, चीन को लोगों का तहेदिल से समर्थन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की व्यापक प्रशंसा मिली है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि चीन ने रोकथाम और नियंत्रण रणनीतियों और उपायों का अनुकूलन और सुधार जारी रखने के अवसर की भी प्रतीक्षा की है। उदाहरण के लिए चीन में ओमिक्रॉन वायरस की घातकता दर में उल्लेखनीय कमी आयी है, टीका व दवाएं उपलब्ध हैं, देश में व्यापक टीकाकरण कवरेज दर और अनुपात है, रोकथाम और नियंत्रण में सुधार के लिए बेहतर आपातकालीन तंत्र स्थापित किया जा चुका है, लोगों की स्वास्थ्य साक्षरता, महामारी विरोधी ज्ञान और क्षमता आदि में भी सुधार हुआ है। इन सभी ने देश में महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए नीतिगत कदम उठाने के लिए नींव रखा है।
ल्यांग वानन्यान के मुताबिक, चीन वायरस के उत्परिवर्तन और रोग की विशेषताओं पर लगातार ध्यान देते हुए देश में वास्तविक स्थिति और रोकथाम व नियंत्रण की क्षमता के अनुसार बुनियादी स्थितियों को अनुकूलित करना जारी रखेगा। महामारी के खिलाफ़ तीन सालों की लड़ाई में चीन ने सिलसिलेवार उपाय अपनाए हैं, और उन्हें लगातार अनुकूलित करेगा। लक्ष्य है कि महामारी के मुकाबले में लोगों की जान सुरक्षा और शारीरिक स्वास्थ्य की और अच्छी तरह रक्षा की जाए, रोकथाम व नियंत्रण तथा सामाजिक आर्थिक विकास को संतुलित किया जाए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)