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अमेरिका के एक शहर ने 3 सितंबर को घोषित किया ‘सनातन धर्म दिवस’

वाशिंगटनः अमेरिकी राज्य केंटुकी के एक शहर ने आधिकारिक तीन सितंबर को ‘सनातन धर्म दिवस’ घोषित कर दिया है, जबकि भारत में इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है और तमिलनाडु के एक मंत्री ने इसे खत्म करने का आह्वान किया है।लुइसविले के मेयर क्रेग ग्रीनबर्ग ने हाल ही में केंटकी के हिंदू मंदिर में एक समारोह में भाग लिया, जहां तीन सितंबर को आधिकारिक उद्घोषणा उनके डिप्टी बारबरा सेक्सटन स्मिथ ने पढ़ी।

मेयर ग्रीनबर्ग ने बुधवार को एक्स पर लिखा, कि ‘मुझे हिंदू मंदिर में महाकुंभाभिषेकम समारोह में भाग लेने पर सम्मानित महसूस हुआ। मंदिर के नवीनीकरण और जीर्णोद्धार के लिए किए गए अनुष्ठान महान सांस्कृतिक महत्व रखते हैं। हमारे कार्यालय ने आधिकारिक तौर पर 3 सितंबर को ‘सनातन धर्म दिवस’ के रूप में घोषित किया है।‘

कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के अध्यक्ष चिदानंद सरस्वती, श्री श्री रविशंकर और भगवती सरस्वती के साथ-साथ लेफ्टिनेंट गवर्नर जैकलिन कोलमैन, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ कीशा डोरसी सहित कई आध्यात्मिक नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने एक्स पर लिखा, ‘3 सितंबर 2023 को सनातन धर्म दिवस के रूप में लुइसविले मेयर की घोषणा से केंटकी के हिंदू मंदिर का पुन: अभिषेक – या महाकुंभ अभिषेकम और महत्वपूर्ण हो गया! भारतीय संस्कृति की गौरवशाली गाथा में एक अद्भुत नया अध्याय!‘

लुइसविले को बधाई देते हुए और भारत में सनातन धर्म विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए, अमेरिका स्थित हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक्स पर लिखा: ‘उपयुक्त प्रतिक्रिया देने का उत्कृष्ट समय! बधाई लुइसविले!‘ इससे पहले, 20 जुलाई को केंटुकी में लुइसविले के पूर्व मेयर ग्रेग फिशर द्वारा ‘हिंदू धर्म का विश्वकोश’ दिवस घोषित किया गया था।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते तमिलनाडु में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि ‘सनातन धर्म को मच्छरों, मलेरिया, डेंगू और कोरोना की तरह ही खत्म करना होगा‘, जिस पर राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

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