विश्व बैंक के महानिदेशक अजय बंगा से सीएमजी का एक विशेष साक्षात्कार 

विश्व बैंक के महानिदेशक अजय बंगा ने इस साल चीनी विकास उच्च स्तरीय मंच में भाग लेने के दौरान चाइना मीडिया ग्रुप को एक विशेष साक्षात्कार दिया। उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक वृद्धि में चीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन और विश्व बैंक का सहयोग एक आदर्श मिसाल है। उनकी उम्मीद है कि चीन और.

विश्व बैंक के महानिदेशक अजय बंगा ने इस साल चीनी विकास उच्च स्तरीय मंच में भाग लेने के दौरान चाइना मीडिया ग्रुप को एक विशेष साक्षात्कार दिया। उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक वृद्धि में चीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन और विश्व बैंक का सहयोग एक आदर्श मिसाल है। उनकी उम्मीद है कि चीन और विश्व बैंक भविष्य में वैश्विक चुनौतियों के निपटारे और सतत् विकास बढ़ाने में सहयोग गहराते रहेंगे।

वर्ष 2024 में चीन की आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य पाँच प्रतिशत है। इसकी चर्चा में अजय बंगा ने कहा कि चीन जैसे आर्थिक समुदाय के प्रति 5 प्रतिशत एक असाधारण नंबर है। चीन का वर्तमान आर्थिक आकार बीस या तीस साल के पहले की तुलना में काफी अलग है। इसके अलावा चीन भविष्योन्मुख आर्थिक परिवर्तन कर रहा है,जिसे नवाचार ,हरित व्यवसाय व उपभोग की वृद्धि की जरूरत है। आर्थिक परिवर्तन के लिए कुछ समय लगेगा,पर चाहे चीन की आर्थिक वृद्धि दर महज 5 प्रतिशत है ,विश्व आर्थिक वृद्धि में उस का योगदान 30 प्रतिशत होगा। उल्लेखनीय बात है कि चीन के संपूर्ण बुनियादी संस्थापन हैं,जबकि अधिकांश देशों के पास नहीं है। विश्व विनिर्माण उद्योग में चीन का अनुपात 30 प्रतिशत है। दूरगामी दृष्टि से चीनी अर्थव्यवस्था का स्वस्थ विकास अन्य देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

चीन से प्रस्तुत “उच्च गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्ति” के बारे में अजय बंगा ने बताया कि सबसे पहले मुझे लगता है कि यह अवधारणा स्पष्ट रूप से हरित विकास से जुड़ी है। पिछले 7 से 10 वर्षों में चीन हवा ,पानी व मृदा की गुणवत्ता सुधारने की कोशिश कर रहा है। चीन यह साबित कर रहा है कि आर्थिक वृद्धि का अनुसरण करने के साथ पारिस्थितिकी की जिम्मेदारी भी उठायी जा सकती है। दूसरा ,उच्च गुणवत्ता विकास पर विचार करना चीन के भावी विकास की दिशा सुनिश्चित करना है ताकि चीन की आबादी की स्थिति के अनुकूल हो जाए।

अजय बंगा ने कहा कि 40 वर्ष से पहले चीन विश्व बैंक के अधीन अंतरराष्ट्रीय विकास संघ से कर्ज प्राप्त करता था ,जिसमें चंदा और उदार कर्ज शामिल था। लेकिन आज चीन विश्व बैंक के सबसे बड़े धन का चंदा देने वाले देशों में से एक है। यह हमारे सहयोग का एक पहलू है। दूसरी तरफ ,शुरू से ही चीन सरकार और विश्व बैंक के सहयोग का एक अहम विषय ज्ञान है। चीन पहले विश्व बैंक के धन व पेशेवर ज्ञान को अपने विकास में प्रयुक्त करता था,अब हम चीन के अनुभव अन्य क्षेत्रों में प्रयुक्त करते हैं। ऐसा सहयोग विश्व बैंक की आदर्श मिसाल है।

(साभार—-चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)   

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