लाहौरः पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के एक मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद कई शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद देश के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत में कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर बुधवार को पाकिस्तानी सेना की टुकड़ियों को तैनात कर दिया गया। पाकिस्तान की संघीय सरकार की ओर से जारी की गयी एक अधिसूचना के अनुसार पंजाब सरकार के अनुरोध पर गृह मंत्रलय द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
अधिसूचना के मुताबिक पंजाब प्रांत में तैनात किए गए सैनिकों की सही संख्या, तैनाती की तारीख और उसका क्षेत्र प्रांतीय सरकार द्वारा परामर्श के आधार पर तय किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि कानून, व्यवस्था और शांति बहाल करने के लिए सेना जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगी। इस बीच, पंजाब पुलिस ने कहा कि शांति भंग करने और हिंसा में शामिल होने के आरोप में पूरे प्रांत से 945 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पंजाब प्रांत की पुलिस ने एक बयान में कहा, कि ‘ पूरे प्रांत में हिंसक कृत्यों, तोड़फोड़, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। ’’ पुलिस ने बयान में कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान 130 से अधिक पुलिस अधिकारी और कानून प्रवर्तन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस और सरकारी एजेंसियों के 25 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया गया और जला दिया गया।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 14 से अधिक सरकारी भवनों पर हमला किया, उनमें लूटपाट की और सरकारी संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया। इमरान (70) को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। पूर्व क्रिकेटर इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थक पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।