नई दिल्ली: ब्रिटिश सरकार में वित्तीय सेवाओं की नीति का पोर्टफोलियो संभालने वाली मंत्री टय़ूलिप सिद्दीक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद से ही राजनीतिक संकट का दंश झेल रहे पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के साथ टय़ूलिप सिद्दीक का कनेक्शन चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल, टय़ूलिप सिद्दीक बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। पिछले साल बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश अवामी लीग सरकार का तख्तापलट हो गया था, जिसके बाद हसीना को देश छोड़ना पड़ा। 2009 से बांग्लादेश की सत्ता संभालने वाली शेख हसीना और उनकी पार्टी पर वर्तमान में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के कई आरोप लगे हैं। हालांकि शेख हसीना और बांग्लादेश अवामी लीग ने किसी गलत काम में शामिल होने से इनकार किया है।
भ्रष्टाचार के कुछ ऐसे ही आरोप उनकी भतीजी टय़ूलिप सिद्दीक पर भी लगे हैं। दिसंबर में उनके नाम की चर्चा उठी। आरोप लगे कि उनका परिवार बांग्लादेशी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से धन की हेराफेरी में शामिल था। भ्रष्टाचार विरोधी आयोग ने 12.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर के परमाणु ऊर्ज अनुबंध के आवंटन में अरबों डॉलर के वित्तीय गड़बड़ियों का बड़ा आरोप लगाया गया है। दावा किया जा रहा है कि शेख हसीना और टय़ूलिप सिद्दीक ने इसका जबरदस्त लाभ उठाया।
मंत्री पद छोड़ने के बाद, सिद्दीक ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने अपने पारिवारिक संबंधों और बांग्लादेश से जुड़ी भूमिका को लेकर स्पष्टीकरण दिया। पत्र में सिद्दीक ने लिखा कि उनके पारिवारिक संबंध सार्वजनिक रिकॉर्ड का हिस्सा हैं और जब उन्होंने मंत्री पद संभाला, तब सरकार को इन संबंधों और निजी हितों की पूरी जानकारी दी।
इसके बाद अधिकारियों के साथ परामर्श करने पर उन्हें सलाह दी गई कि वह बांग्लादेश से संबंधित मामलों से खुद को अलग कर लें, ताकि किसी भी प्रकार के हितों के टकराव से बचा जा सके। उन्होंने लिखा कि मैंने हर मामले में पूरी ईमानदारी और पारदर्शतिा के साथ काम किया है और हमेशा अधिकारियों की सलाह का पालन किया है। मैं हमेशा लेबर सरकार के हित हेतु काम करती रहूंगी। पार्टी और देश हित में मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा देती हूं।
भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को 42 वर्षीय टय़ूलिप सिद्दीक ने सिरे से नकारा है। उन्होंने किसी भी तरह के गलत काम करने से इनकार किया। ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने भी आरोप खारिज करते हुए सिद्दीक पर भरोसा जताया। कहा कि उनके लिए दरवाजे खुले हैं। वहीं इस पद के लिए नई वित्त मंत्री एम्मा रेनॉल्ड्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है।