विज्ञापन

जैव विविधता संरक्षण “पेरिस क्षण” की प्रतीक्षा में

यदि “पेरिस समझौता” जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुकाबले में एक मील का पत्थर है, तो हाल ही में आयोजित हो रहे संयुक्त राष्ट्र “जैव विविधता संधि” के हस्ताक्षरकर्ताओं के 15वें सम्मेलन (कोप15) में एक और “पेरिस क्षण” बनाने की उम्मीद है। 15 दिसंबर की रात को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कनाडा के मॉन्ट्रियल में.

यदि “पेरिस समझौता” जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुकाबले में एक मील का पत्थर है, तो हाल ही में आयोजित हो रहे संयुक्त राष्ट्र “जैव विविधता संधि” के हस्ताक्षरकर्ताओं क 15वें सम्मेलन (कोप15) में एक और “पेरिस क्षण” बनाने की उम्मीद है। 15 दिसंबर की रात को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कनाडा के मॉन्ट्रियल में आयोजित कोप15 के उच्च स्तरीय सम्मेलन के दूसरे चरण के उद्घाटन समारोह में वीडियो भाषण दिया। उन्होंने मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को संयुक्त रूप से बढ़ाने, पृथ्वी पर जीवन के समुदाय का निर्माण करने और एक स्वच्छ व सुंदर दुनिया का निर्माण करने की अपील की। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने चार प्रस्ताव रखे। यह कोप15 के अध्यक्ष देश के रूप में चीन द्वारा वैश्विक जैव विविधता शासन को बढ़ाने के लिए किया गया नवीनतम प्रयास है। संयुक्त राष्ट्र “जैव विविधता संधि” के सचिवालय की कार्यकारी सचिव एलिजाबेथ मुरेमा ने कहा कि राष्ट्रपति शी का भाषण “पोस्ट-2020 वैश्विक जैव विविधिता रूपरेखा” पर चल रही वार्ता के लिए एक मजबूत मार्गदर्शक है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सम्मेलन अपेक्षित परिणाम प्राप्त करेगा।

कोप15 पारिस्थितिक सभ्यता के विषय पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित पहला वैश्विक सम्मेलन है। पिछले साल अक्टूबर में कोप15 पहल चरण का सम्मेलन चीन के खुनमिंग में आयोजित किया गया। सम्मेलन ने “खुनमिंग घोषणापत्र” को पारित किया, जिसमें सभी पक्षों से संयुक्त रूप से पृथ्वी पर जीवन का समुदाय बनाने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया गया। एक साल बाद, चीन ने कोप15 के दूसरे चरण के सम्मेलन की अध्यक्षता करना जारी रखा। बाहरी दुनिया आमतौर पर उम्मीद करती है कि चीन के समन्वय और प्रोत्साहन के तहत सम्मेलन में सभी पक्षों के बीच आम सहमति संपन्न होगी और वैश्विक जैव विविधता संरक्षण को बढ़ाया जाएगा। जैव विविधता में तीन स्तर शामिल हैं: पारिस्थितिकी तंत्र, प्रजातियां और जीनजो मानव अस्तित्व और विकास के लिए महत्वपूर्ण आधार है। वर्तमान में, जैव विविधता दो मामलों का सामना कर रही है  पहला, “संकट” है। पिछले 100 वर्षों में, मानव गतिविधियों के कारण प्रजातियों के विलुप्त होने की दर विलुप्त होने की प्राकृतिक दर से 100 गुना अधिक है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बताया कि यह अनुमान है कि 2030 तक, वैश्विक पारिस्थितिक तंत्र के क्षरण के परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 30 खरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान होगा। दूसरा, “अवसर” है, कोप15 का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य “पोस्ट-2020 वैश्विक जैव विविधिता रूपरेखा” तैयार करना और पारित करना है। यदि इसे साकार किया जाएगा, तो यह अगले दशक या उससे अधिक समय में जैव विविधता संरक्षण के लिए लक्ष्य निर्धारित करेगा, रास्ता स्पष्ट करेगा और “ऐतिहासिक अवसर” पैदा करेगा।

चीन के सक्रिय समन्वय और प्रोत्साहन के तहत, सभी पक्षों को दृढ़ संकल्प और कार्रवाई शक्ति दिखाते हुए संयुक्त रूप से “पोस्ट-2020 वैश्विक जैव विविधिता रूपरेखा” को पारित करने को बढ़ाना, वैश्विक जैव विविधता संरक्षण के लिए “पेरिस क्षण” लाना, पृथ्वी पर जीवन के समुदाय के निर्माण के लिए अच्छा अवसर प्रदान करना चाहिए।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

 

Latest News