जोहानिसबर्गः दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ब्रिक्स समूह के देशों से इजराइल एवं हमास के बीच न्यायसंगत और स्थायी शांति लाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया है। रामफोसा ने मंगलवार को पश्चिम एशिया की स्थिति पर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) नेताओं और आमंत्रित ब्रिक्स सदस्यों की एक ऑनलाइन विशेष संयुक्त बैठक को संबोधित किया। उन्होंने फलस्तीन में ‘संयुक्त राष्ट्र रैपिड डिप्लॉयमेंट फोर्स’ की तैनाती का भी प्रस्ताव रखा, जिसका उद्देशय़ शत्रुता की समाप्ति की निगरानी करना और नागरिकों की सुरक्षा के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के समर्थन से फलस्तीनियों और इजराइलियों के नेतृत्व एवं स्वामित्व वाली व्यापक बातचीत करना शामिल है।
ब्रिक्स देशों के नेताओं के अलावा नए ब्रिक्स भागीदारों – सऊदी अरब, अज्रेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं ने भी ऑनलाइन बैठक में भाग लिया। रामफोसा ने अपने शुरुआती संबोधन में कहा, कि ‘मानवता के एक बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्लोबल साउथ की एक महत्वपूर्ण आवाज के रूप में हमारा मानना है कि न्यायसंगत और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय प्रयास में ब्रिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।’ ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
इस बैठक को ‘‘गंभीर वैश्विक चिंता के मुद्दे को संबोधित करने’’ के लिए बुलाई गई बैठक बताते हुए रामफोसा ने कहा कि सात अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर हमले में 1,200 से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद से दुनिया गाजा में हजारों लोगों की विनाशकारी हत्या की गवाह रही है, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे हैं। उन्होंने कहा, कि ‘गाजा के 11,000 से अधिक निवासी मारे गए हैं। कई हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। बुनियादी ढांचे, घर, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाएं नष्ट हो गई हैं। गाजा की आधी से ज्यादा आबादी विस्थापित हो चुकी है।’’ उन्होंने इजराइल पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया।