ब्रिटिश एशियाई लोग ब्रिटेन में मानव तस्करी गिरोह चलाने के दोषी

लंदन: कुछ ब्रिटिश एशियाई लोगों को उस संगठित अपराध गिरोह का हिस्सा होने का दोषी पाया गया है, जिसका संबंध ब्रिटिश सरकार की नजर में मानव तस्करी से है। ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ने पाया कि 38-वर्षीय नजीब खान गिरोह का हिस्सा था। राइडिंग क्राउन अदालत ने शुक्रवार को एक मुकदमे की सुनवाई.

लंदन: कुछ ब्रिटिश एशियाई लोगों को उस संगठित अपराध गिरोह का हिस्सा होने का दोषी पाया गया है, जिसका संबंध ब्रिटिश सरकार की नजर में मानव तस्करी से है। ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ने पाया कि 38-वर्षीय नजीब खान गिरोह का हिस्सा था। राइडिंग क्राउन अदालत ने शुक्रवार को एक मुकदमे की सुनवाई के अंत में अवैध अप्रवासन की साजिश रचने के तीन मामलों में नजीब को दोषी ठहराया था।उसे सह-साजिशकर्ता वकास इकराम (40 वर्ष) की गिरफ्तारी के बाद पकड़ा गया था, जिसने पहले ही आरोप स्वीकार कर लिया था।
इकराम अपनी गिरफ्तारी के समय मोहम्मद मुख्तार हुसैन के नेतृत्व वाले मानव-तस्करी गिरोह के लिए काम कर रहा था। हुसैन को बाद में इंग्लिश चैनल के रास्ते अप्रवासियों को लाने-ले जाने के लिए 10 साल से अधिक की जेल की सजा हुई थी।  एनसीए के शाखा कमांडर एंडी नॉयस ने कहा, ‘‘इकराम और खान को उन लोगों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं थी, जिन्हें वे ले जा रहे थे, वे केवल उनसे पैसा कमाने में रुचि रखते थे।’’  एनसीए ने कहा कि इकराम के आईफोन को उसकी गिरफ्तारी के बाद जब्त कर लिया गया था। इस फोन में खान के साथ उसकी कई बातचीत शामिल थी, जिसमें लोगों की तस्करी के एक अलग गिरोह में उनकी भागीदारी का उल्लेख था जो प्रवासियों को ब्रिटेन लाने के लिए प्रति व्यक्ति 7,000 पाउंड का शुल्क लेता था।
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