चीन और अफ्रीका को मिलकर नये युग का निर्माण करना चाहिए : शी चिनफिंग

एक महीने पहले अफ्रीकी देश गिनी बिसाउ के राष्ट्रपति एमबालो ने चीन की यात्रा की। इस दौरान चीन और गिनी बिसाउ ने द्विपक्षीय सम्बंधों को रणनीतिक साझेदारी तक उन्नत करने की घोषणा की। दोनों पक्षों ने कृषि, मत्स्य, बुनियादी संस्थापन, खनिज, ऊर्जा व डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे कई क्षेत्रों में व्यापक समानताएं बनायीं। शी चिनफिंग ने.

एक महीने पहले अफ्रीकी देश गिनी बिसाउ के राष्ट्रपति एमबालो ने चीन की यात्रा की। इस दौरान चीन और गिनी बिसाउ ने द्विपक्षीय सम्बंधों को रणनीतिक साझेदारी तक उन्नत करने की घोषणा की। दोनों पक्षों ने कृषि, मत्स्य, बुनियादी संस्थापन, खनिज, ऊर्जा व डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे कई क्षेत्रों में व्यापक समानताएं बनायीं। शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और अफ्रीकी देशों का पारस्परिक समर्थन व मदद ईमानदार है। नयी स्थिति में हमें मिलकर नये युग का निर्माण करना चाहिए।

चीन और गिनी बिसाउ के सम्बंधों का विकास चीन-अफ्रीका मैत्रीपूर्ण सहयोग का एक लघुचित्र है। चीन अफ्रीका सहयोग मंच के ढांचे में वर्ष 2015 में चीन ने कृषि, उद्योग, बुनियादी संस्थापन आदि क्षेत्रों की 10 बड़ी सहयोग योजनाओं का प्रस्ताव रखा। वर्ष 2018 में चीन ने व्यवसाय व संपर्क बढ़ाने के 8 बड़े कदम पेश किये। वर्ष 2021 में चीन ने फिर स्वास्थ्य व गरीबी उन्मूलन समेत 9 परियोजनाएं पेश कीं। इन ठोस कदमों ने चीन-अफ्रीका सहयोग को निरंतर नयी मंजिल पर पहुंचाया।

अब तक 52 अफ्रीकी देशों और अफ्रीकी संघ ने चीन के साथ बेल्ट एंड रोड सहनिर्माण के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये हैं। अफ्रीका में चीनी उद्यमों से निर्मित व सुधारे गये रेलवे की कुल लंबाई 10 हजार किलोमीटर से अधिक है और सड़कों की लंबाई लगभग 1 लाख किलोमीटर है। चीन ने राहत के रूप में अफ्रीका में 130 से अधिक अस्पतालों व क्लिनिकों का निर्माण किया और 45 अफ्रीकी देशों को चिकित्सा टीम भेजी है।

इस सितंबर की शुरूआत में वर्ष 2024 चीन-अफ्रीका सहयोग मंच का शिखर सम्मेलन पेइचिंग में आयोजित होगा। चीन और अफ्रीकी देशों के नेता 6 साल के अंतराल के बाद फिर पेइचिंग में एकत्र होकर मैत्रीपूर्ण सहयोग के नये कदमों पर विचार करेंगे।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)   

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