चीन ने मानवाधिकार परिषद में फिलिस्तीनी लोगों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करने का आह्वान किया

छन श्यू ने कहा कि फ़िलिस्तीनी मुद्दा 70 वर्षों से भी अधिक समय से लंबित है। जिसके कारण फ़िलिस्तीनी लोग पीड़ा और दुख के साथ जीवन जी रहे हैं।

2 अक्टूबर को जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 57वें सत्र में फिलिस्तीन और अन्य कब्जे वाले अरब क्षेत्रों में मानवाधिकार की स्थिति पर सामान्य बहस आयोजित हुई। जिसके मौके पर जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय और स्विट्जरलैंड में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में स्थित चीनी स्थायी प्रतिनिधि छन श्यू ने भाषण देते हुए फ़िलिस्तीनी मुद्दे पर चीन की स्थिति को रेखांकित किया।

छन श्यू ने कहा कि फ़िलिस्तीनी मुद्दा 70 वर्षों से भी अधिक समय से लंबित है। जिसके कारण फ़िलिस्तीनी लोग पीड़ा और दुख के साथ जीवन जी रहे हैं। गाजा में संघर्ष शुरू हुए लगभग एक साल हो गया है, लेकिन युद्ध अभी भी जारी है और लेबनान में फिर से संघर्ष शुरू हो गया है। इस संदर्भ में,“दो-राज्य समाधान”को साकार करना और भी कठिन है।

चीनी प्रतिनिधि ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि चीन फिलिस्तीन और अन्य कब्जे वाले अरब क्षेत्रों में मानवाधिकार की स्थिति पर पूरा ध्यान देता है। चीन ने हमेशा फिलिस्तीनी लोगों के वैध राष्ट्रीय अधिकारों को बहाल करने के उचित मुद्दे का दृढ़ता से समर्थन किया है। चीन उन सभी कार्रवाइयों का विरोध और निंदा करता है जो निर्दोष नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों को नुकसान पहुंचाते हैं।

छन श्यू ने यह भी कहा कि चीन सभी पक्षों से तुरंत स्थायी युद्धविराम लागू करने की अपील करता है। साथ ही, चीन ऐसे किसी भी कदम को रोकने का आह्वान करता है जो संघर्षों के तीव्र होने से क्षेत्रीय तनाव स्थिति और गंभीर होती है। ताकि गाजा पट्टी में मानवीय आपदा को प्रभावी रूप से कम किया जा सके।
(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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