चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 25 मार्च 2013 में अफ्रीका की पहली यात्रा की। उन्होंने तंजानिया में भाषण देते हुए अफ्रीका के प्रति ईमानदार की नीति पेश की। इससे नए युग में चीन और अफ्रीका के बीच संबंधों के विकास का रास्ता बताया गया। पिछले दस सालों में चीन और अफ्रीकी देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुईं। चीनी और अफ्रीकी लोगों के बीच मित्रता बढ़ रही है।
हाल में चाइना मीडिया ग्रुप ने कई अफ्रीकी देशों में दस सालों का सिंहावलोकन शीर्षक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें अख़बार, आउटडोर बिग स्क्रीन और टीवी के जरिए चीन-अफ्रीका मित्रता दिखाई गई। तंजानिया के लोकप्रिय अंग्रेजी अख़बार ने 24 मार्च को विशेष अंक जारी किया। अफ्रीका के वरिष्ठ मीडियाकर्मी ने लेख जारी कर दस साल पहले शी चिनफिंग की अफ्रीकी यात्रा का सिंहावलोकन किया। लेख में कई फोटो के जरिए पिछले दस सालों में चीन और अफ्रीका के बीच सहयोग में मिली ऐतिहासिक प्रगति दिखाई गई।
चीन स्थित तंजानिया के पूर्व राजदूत अब्दुल रहमान ने कहा कि अफ्रीका के प्रति शी चिनफिंग के ईमानदार विचार का बड़ा महत्व है। यह अफ्रीका और चीन के बीच आपसी लाभ वाले सहयोग का आधार है। दार एस सलाम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एंड्री कोव्यास ने कहा कि चीन और तंजानिया ने बहुत से क्षेत्रों में तमाम सहयोग किया। चीनी चिकित्सा दल ने तंजानिया की सहायता की। चीन ने छात्रवृत्ति दी, जिससे तंजानिया के बहुत से छात्रों को चीन में सीखने का मौका मिला।
केन्या, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका, रवांडा, युगांडा, सेनेगल आदि देशों में चाइना मीडिया ग्रुप का वीडियो भी प्रसारित किया गया। दर्शकों ने कहा कि चीन विश्वसनीय साझेदार है। चीन ने अफ्रीका में बहुत निवेश किया, लेकिन हमारे अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता। चीन अफ्रीका देशों की सहायता करता है और समान हित साझा करता है। चीन की सहायता में अफ्रीका का विकास बढ़ा। अफ्रीका और चीन के बीच संबंध सचमुच ईमानदार है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)