बदले दौर में बदल रही चीन की खेती-किसानी, आधुनिकता और संस्कृति का संगम है फसल उत्सव

चीन ने बीते एक दशक में हर क्षेत्र में अपने आप को और बेहतर बनाया है, टेक्नालॉजी, हेल्थ, व्यापार और सामाजिक दायरे में चीन ने तेजी से ग्रोथ की है। आधुनिक दौर में चीन दुनिया में सबसे तेजी से विकसित होने वाले देशों में पहली पंक्ति में नजर आता है। ऐसे में यहां एक और.

चीन ने बीते एक दशक में हर क्षेत्र में अपने आप को और बेहतर बनाया है, टेक्नालॉजी, हेल्थ, व्यापार और सामाजिक दायरे में चीन ने तेजी से ग्रोथ की है। आधुनिक दौर में चीन दुनिया में सबसे तेजी से विकसित होने वाले देशों में पहली पंक्ति में नजर आता है। ऐसे में यहां एक और बात गौर करने वाली है कि जिस तरह से चीन ने आधुनिकता के साथ बदलते वक्त में हर काम में खुद अपडेट किया है, उसी तरह चीन खेती किसानी के मामले में भी तेजी से आगे बढ़ा है। चाहे फसलों के उत्पादन का मामला हो या फिर चीन के किसानों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना चीन हर मामले में आगे रहा है। इसलिए हर साल 22 से 24 दिसंबर के बीच चीन में फसल उत्सवमनाया जाता है, जहां इस साल दुनिया ने चीन की फसलों और किसानों की मेहनत का असर देखा। 

आधुनिकता और संस्कृति का संगम है फसल उत्सव

चीन जितना अपनी टेक्नालॉजी और आधुनिकता के लिए मशहूर है उतनी ही पुरानी यहां की संस्कृति भी है। ऐसे में चीन फसल उत्सव तब मनाता है जब शरद विषुव हो। यह वक्त चीनी चंद्र-सौर कैलेंडर के 24 सौर अवधियों में से एक होता है। यानि यह एक ऐसा समय जब समय-बिंदु जिसमें दिन और रात लगभग बराबर होते हैं, इस वक्त जब पृथ्वी की धुरी न तो सूर्य की ओर झुकी होती है और न ही दूर। मान्यता है कि इस दौरान पृथ्वी का ढाल होता है और सूर्य सीधे भूमध्य रेखा के ऊपर होता है। जिससे सूर्य के प्रकाश का संतुलन खेती के लिए अच्छा माना जाता है और यह समय फसलों की कटाई के लिए आर्दश रहता है। इसलिए चीन शरद विषुव में अपना फसल उत्सव मनाता है। 

चीनी किसानों का 7वां फसल उत्सव 

चीन में यह सातवां चीनी किसानों का फसल उत्सवथा। जो चायना के किसानों के लिए विशेष रूप से बनाया गया पहला राष्ट्रीय त्योहार भी है। जिसका उद्देश्य किसानों और कृषि के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले सैकड़ों लाखों लोगों का हौसला-अफजाई करना है ताकि वह तेजी से देश के विकास में अपनी भूमिका निभा सके। दरअसल, चीन की सरकार ने किसानों को और तेजी से विकसित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जैविक खेती को बढ़ावा दिया गया है और फसलों पर कीटनाशकों का इस्तेमाल भी कम किया गया है। इसके अलावा चायना ने मोटे अनाजों को भी प्राथमिकता दी है। इस दिन किसानों का सम्मान भी किया जाता है। जबकि देश के लोगों के यह संदेश दिया जाता है कि किसानों की कड़ी मेहनत और लचीलेपन तथा सतत कृषि प्रक्रिया की वजह से चीन तेजी से आगे बढ़ रहा है। 

चीन चावल उत्पादन में आगे 

चीन में खेती किसानी दशकों पुरानी है, जिसकी शुरुआत नवपाषाण काल में मानी जाती है। चीन चावल उत्पादन में दुनिया के सबसे बड़े उत्पादकों में शामिल है। यहां सोयाबीन, मूंगफली, तिल, सूरजमुखी, साइट्रस, चाय, गन्ना, चुकंदर जैसी फसलों का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है। चीन में खेती किसानी को लेकर कई चुनौतियां हैं, यहां कृषि योग्य जमीन कम है। उसके बाद भी चीन ने अपनी खेती की गुणवत्ता में तेजी से सुधार किया है। बाढ़ और सूखा जैसी पर्यावरणीय समस्याएं भी चायना में किसानों के सामने आती है। लेकिन इन सब के बावजूद चायना ने खेती में भी अपना लोहा मनवाया और हर फसल में उत्पादन बढ़ाया है। 

अर्थव्यवस्था को मजबूत करती चीन की खेती 

चीन की अर्थव्यस्था में खेती किसानी का अहम योगदान है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चीन की कृषि योग्य जमीन दुनिया की 20 प्रतिशत से ज्यादा आबादी का भरण पोषण करती है। जबकि यहां कृषि योग्य जमीन केवल 10 प्रतिशत ही है। वैश्विक उत्पादन में चीन का लगभग 28-30 फीसदी योगदान है, जो यहां की सबसे बड़ी उपलब्धि है। 2023 तक, चीन का लगभग 40 प्रतिशत कार्यबल मुख्य रूप से छोटे पैमाने पर खेती में लगा हुआ है, जिसे यहां की सरकार 2024-25 में और आगे ले जाने में जुटी है। इसलिए चायना अपने किसानों की अहमियत को भी समझता है। जिसके चलते यह त्यौहार गर्व और सांस्कृतिक पहचान की भावना को बढ़ावा देता है, और आने वाली पीढ़ियों के लिए पारंपरिक प्रथाओं को आगे निभाने की कहानी कहता है। 

चीन में ग्रामीण सुधार और विकास

चीन में फसल उत्सव मनाने का एक बड़ा उदेश्य यहां की ग्रामीण सुधार और विकास की महान उपलब्धियों को प्रदर्शित करना भी है। क्योंकि चायना की बड़ी आबादी आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है खेती-किसानी पर ही निर्भर है। देश की क्रांति, निर्माण, सुधार में किसानों का अह योगदान रहा है। इसलिए इस त्योहार के जरिए किसानों की हौसला-अफजाई के साथ सरकार राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और लोगों की आजीविका से जुड़ा एक बुनियादी मुद्दा मानकर काम करती है। ताकि देश का विकास तेजी से हो। फसल उत्सव के दौरान दावत दी जाती है और सभी समुदाय और परिवारों के लोग एक साथ भोजन करते हैं। जिससे सब एक दूसरे से मजबूती से जुड़े रहे। 

इस बार भी चीन में फसल उत्सव जोरदार तरीके से मनाया गया। जहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस अवसर पर सभी किसानों को बधाइयां दी और भविष्य में एक साथ मिलकर मजबूती से काम करने की बात कही। चीन में होने वाले इस आयोजन से समझा जा सकता है कि चीनी किसानों का फसल उत्सव एक महत्वपूर्ण आयोजन है। जो यहां के किसानों की कड़ी मेहनत और खेती किसानी के प्रति समर्पण की कहानी कहता नजर आता है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)  (लेखक- दिव्या तिवारी)

- विज्ञापन -

Latest News