China Role Increasing World Internet : विश्व इंटरनेट महासभा के अंतरराष्ट्रीय संगठन की तरफ से 19 से 22 नवंबर के बीच चीन के चच्यांग प्रांत के वुचन शहर में ‘2024 विश्व इंटरनेट सम्मेलन‘ का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में ‘विश्व इंटरनेट महासभा उत्कृष्ट योगदान पुरस्कार‘ दिए गए, जबकि आयोजन में चार प्रमुख गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। ताकि इंटरनेट की बढ़ती दुनिया में चीन की उपयोगिता को और बढ़ाया जा सके। इस शिखर सम्मेलन के दौरान चीन ने वैश्विक इंटरनेट से संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली कंपनियों और व्यक्तियों को सम्मानित किया। इसके अलावा उनके कामों की सराहना भी की गई। क्योंकि बढ़ते आधुनिक दौर में डिजिटल काम तेजी से बढ़ा है, जिसमें इंटरनेट की आवश्यकता सबसे ज्यादा बढ़ी है, ऐसे में चायना ने इस तरह के आयोजन करवाकर इस दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए बनाया सहयोग मंच
शिखर सम्मेलन में चायना के साथ-साथ इंटरनेट से जुड़े कई कंपनियों के लोग भी शामिल हुए। इस दौरान विश्व इंटरनेट महासभा कृत्रिम बुद्धिमत्ता पेशेवर समिति की स्थापना की गई, जिसमें चीन के साथ-साथ दूसरे देशों के लोगों को भी रखा गया है। यह समिति कृत्रिम बुद्धिमत्ता को बढ़ाने की दिशा में काम करेगी। इसके अलावा कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए इंटरनेशनल लेवल पर इंटरनेट से जुड़े कामों में आदान-प्रदान और सहयोग मंच भी स्थापित किया है, ताकि इंटरनेट की दुनिया में चीन एक दूसरे देशों की मदद कर सके। चीन का मुख्य उद्देश्य इंटरनेट से संबंधित मुद्दों पर तेजी से काम करना है। जबकि इंटरनेट अनुसंधान के साथ-साथ आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
30 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए
चीन ने इस आयोजन के माध्यम से संदेश देते हुए कहा कि अब हमें इंटरनेट की दुनिया में नए विचारों पर काम करना है। पिछले साल के आयोजन में जिस दिशा में काम किया है उसे आगे बढ़ाना है, क्योंकि यह एक वैश्विक मंच साबित हुआ है, क्योंकि 2014 से लगातार यह शिखर सम्मेलन हो रहा है, इस बार WIC में छह महाद्वीपों के 30 से ज्यादा देशों के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों के लगभग 170 संस्थान, संगठन, कंपनियां और व्यक्ति इसके सदस्यों के रूप में शामिल हैं। जबकि आयोजन में दुनियाभर की सरकारों के प्रतिनिधि, उद्योग विशेषज्ञ के साथ इंटरनेट और डिजिटल अर्थव्यवस्था से जुड़े नवीनतम रुझानों, अवसरों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया।
भारत और चीन डिजिटल प्रौद्योगिकी में सहयोग करेंगे
इस आयोजन में भारत और चीन के बीच भी अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने डिजिटल प्रौद्योगिकी में एक दूसरे का सहयोग बढ़ाने पर और तेजी से आगे बढ़ने पर सहमति जताई है। खास तौर पर ई-कॉमर्स, डिजिटल स्किल डेवलपमेंट और नए स्टार्टअप की दिशा में काम होगा। जबकि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के साथ 5G नेटवर्क के आधार पर नई तकनीकों पर काम करते हुए ‘डिजिटल सिटी‘ का उदाहरण पेश किया जाएगा। इसके अलावा इस आयोजन में यह भी तय हुआ है कि 2024 वर्ल्ड इंटरनेट कॉन्फ्रेंस ने तकनीकी नवाचार और वैश्विक सहयोग के लिए एक मजबूत मंच दिया जाएगा, ताकि इंटरनेट प्रौद्योगिकी के विकास को बढ़ावा मिलेगा और डिजिटल युग को मानवता के लिए और अधिक सरल और उपयोगी बनाया जा सके।
‘विश्व इंटरनेट महासभा डिजिटल प्रशिक्षण संस्थान’ की स्थापना
इंटरनेट से संबंधित इस शिखर सम्मेलन में इंटरनेट से संबंधित मामलों को बढ़ावा देने और सहयोग की भावना से ‘विश्व इंटरनेट महासभा थिंक टैंक सहयोग‘ योजना की शुरुआत भी की गई है। ताकि एक देश दूसरे देश से उसकी टेक्नोलॉजी के साथ-साथ उसकी उपयोगिता को भी समझ सके। चीन ने यह भी तय किया है कि ‘विश्व इंटरनेट महासभा डिजिटल प्रशिक्षण संस्थान‘ की स्थापना की जाएगी। ताकि दुनियाभर में कंपनी प्रबंधन, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रशिक्षण मंच मिल सके और इंटरनेट के माध्यम से डिजिटलाइजेशन की दिशा में तेजी से काम किया जा सके। क्योंकि आधुनिक दौर में इसकी उपयोगिता सबसे ज्यादा होने वाली है।
युवा और डिजिटल भविष्य
चीन विकासशील देशों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। टेक्नालॉजी और डिजिटल दुनिया में चीन तेजी से काम कर रहा है। ऐसे में इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से ओपन सोर्स पारिस्थितिक विकास, वैश्विक विकास पहल कृत्रिम बुद्धिमत्ता, प्रौद्योगिकी नवाचार और डिजिटल अर्थव्यवस्था में भी चीन उप-मंच आयोजित करवाएगा। ताकि युवा वर्ग डिजिटल भविष्य की दिशा में और मजबूत हो सके। इस आयोजन के माध्यम से चीन ने वुचन शहर में दुनियाभर से लोगों को आमंत्रित किया है। क्योंकि जब कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी और उद्योग तेजी से बढ़ रहे हो तो फिर संयुक्त रूप से नए अवसरों का लाभ भी उठाना चाहिए और इंटरनेट की दुनिया में बनी चुनौतियों को मिलकर समाधान खोजना चाहिए। क्योंकि यह मानव जाति को बेहतर से बेहतर लाभ पहुंचाने की दिशा में भी एक अहम कदम साबित होगा।
‘डिजिटल युग में सहयोग और नवाचार’
इस साल के शिखर सम्मेलन की थीम ‘डिजिटल युग में सहयोग और नवाचार‘ थी, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है, जिसमें साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट गवर्नेंस और डिजिटल समावेशन जैसे विषय शामिल थे। इसके अलावा चीन ने कई बड़ी घोषणाएं भी इस आयोजन के माध्यम से की हैं, जिसमें नई डिजिटल साझेदारियां, इंटरनेट टेक्नोलॉजी के उपयोग से जुड़े प्रोजेक्ट्स में वैश्विक साझेदारी करने की दिशा में भी काम किया जाएगा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) (लेखक—दिव्या तिवारी)