चीनी राजदूत ने चीन से लौटे भारतीय विद्वानों के समूह के सदस्यों से मुलाकात की

बैठक के दौरान, भारतीय विद्वानों के समूह के सदस्यों ने चीन की अपनी यात्रा की मुख्य गतिविधियों की समीक्षा की और कहा कि यह यात्रा बहुत सफल रही।

भारत में चीनी राजदूत श्यू फ़ेईहोंग ने 30 सितंबर को चीन से लौटे भारतीय विद्वानों के समूह के सदस्यों से मुलाकात की और उनकी चीन यात्रा के दौरान उनके अनुभवों के बारे में सुना। बैठक के दौरान, भारतीय विद्वानों के समूह के सदस्यों ने चीन की अपनी यात्रा की मुख्य गतिविधियों की समीक्षा की और कहा कि यह यात्रा बहुत सफल रही।

चीनी लोगों के आतिथ्य और चीन के आधुनिकीकरण और विकास की उपलब्धियों ने उन पर गहरी छाप छोड़ी। दोनों देशों के विशेषज्ञों और विद्वानों ने चीन-भारत संबंधों और बहुपक्षीय सहयोग पर विचारों का गहन आदान-प्रदान किया और दोनों पक्षों के बीच आपसी समझ को और बढ़ाया है। उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के थिंक टैंक विद्वानों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को और मजबूत किया जाएगा।

चीन-भारत संबंधों के हालिया सुधार और विकास की गति का परिचय देते हुए, राजदूत श्यू फ़ेईहोंग ने जोर देकर कहा कि द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास से दोनों देशों के लोगों को लाभ होगा और क्षेत्रीय और वैश्विक विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय विशेषज्ञ और विद्वान चीन का अधिक बार दौरा करेंगे, चीनी विद्वानों के साथ आदान-प्रदान को मजबूत करेंगे और चीन-भारत संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा देना जारी रखेंगे।

आपको बता दें कि 18 से 26 सितंबर तक विवेकानंद इंटरनेशनल फंड, इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस एनालिसिस एंड रिसर्च और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सहित कई भारतीय थिंक टैंक और विश्वविद्यालयों के विद्वानों ने निमंत्रण पर चीन की राजधानी पेइचिंग और दक्षिण-पश्चिमी प्रांत युन्नान का दौरा किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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