कोलकाता स्थित चीनी महावाणिज्य दूतावास ने भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के चाइना कॉलेज के साथ सहयोग करते हुए पश्चिम बंगाल की हपिंग टाउनशिप में 7वीं “ह्वेन त्सांग कप” चीनी भाषण प्रतियोगिता आयोजित की। चीनी महावाणिज्यदूत शू वेई, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष बिनॉय कुमार सारेन, चीनी कॉलेज के प्रधान अविजित बनर्जी आदि लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
प्रतियोगिता में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वाराणसी विश्वविद्यालय और तेजपुर विश्वविद्यालय सहित छह विश्वविद्यालयों के 40 छात्रों ने भाग लिया और सम्बंधित शिक्षकों और छात्रों, महावाणिज्य दूतावास के राजनयिकों और मीडिया पत्रकारों सहित 100 से अधिक लोगों ने प्रतियोगिता को देखा।
महावाणिज्य दूत शू वेई ने अपने भाषण में कहा कि ह्वेन त्सांग और टैगोर चीन और भारत के बीच पारंपरिक दोस्ती के प्रतीक थे और दोनों ने चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक योगदान दिया था। कुछ समय पहले, दोनों देशों के नेताओं ने कज़ान में सफलतापूर्वक मुलाकात की और चीन-भारत सम्बंधों को फिर से शुरू किया गया।
चीनी महावाणिज्य दूतावास कांसुलर जिले में चीन और भारत के बीच शैक्षिक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का प्रयास करेगा, और भारतीय मित्रों को चीन में अध्ययन करने की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने छात्रों को अच्छी तरह से चीनी भाषा सीखने, दो देशों के लोगों के बीच संचार का पुल और दोस्ती का दूत बनने का प्रयास करने और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ और दोस्ती को बढ़ाने में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता के बाद, महावाणिज्य दूत शू वेई ने विजेताओं को मानद प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)