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“थाईवान स्वतंत्रता” की उत्तेजना के प्रति चीनी मुख्य भूमि का प्रतिरोध एक क्षण भी नहीं रुकेगा

14 अक्टूबर को, चीनी जन मुक्ति सेना (पीएलए) के पूर्वी थिएटर कमांड ने थाईवान के आस-पास समुद्री और वायु क्षेत्र में संयुक्त तलवार-2024B” नामक अभ्यास किया। यह “थाईवान स्वतंत्रता” के विभाजनकारी बलों के खिलाफ एक मजबूत प्रतिक्रिया है। इस सैन्याभ्यास ने न केवल थिएटर बलों की संयुक्त युद्ध क्षमताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि राष्ट्रीय संप्रभुता और एकता की ठोस रक्षा भी की।

थाईवान क्षेत्र के नेता लाई छिंग-ते के हाल के 10 अक्टूबरभाषण में, उसने “नए दो देशों के सिद्धांत” को खुलकर बढ़ावा दिया, जो कि उनकी  विद्रोही और चुनौतीपूर्ण मंशा को दर्शाता है और थाईवान जलडमरूमध्य की शांति को गंभीरता से नुकसान पहुंचाता है। लाई छिंग-ते की गतिविधियां निसंदेह “थाईवान स्वतंत्रता” के विभाजनकारी बलों की एक प्रतिनिधि हैं। उनका भाषण केवल धोखाधड़ी नहीं है, बल्कि इसमें हानिकारक तत्व भी शामिल हैं, जो “थाईवान स्वतंत्रता” के दावों को तथाकथित “संस्थानिक विवाद” के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं, जबकि इसकी असलियत लोकतंत्र की ओर से मुंह मोड़ना और विभाजन पैदा करना है।

पीएलए का थाईवान जलडमरूमध्य में सैन्य अभ्यास पूरी तरह से एक संप्रभु देश के लिए अपनी संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा के लिए किए गए उचित कार्य हैं। यह न केवल संविधान, “विभाजन-रोधी कानून” और “रक्षा कानून” जैसे घरेलू कानूनी सिद्धांतों का पूरा समर्थन है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार किया गया एक न्यायसंगत कदम भी है। यह अभ्यास थाईवान के आम लोगों के खिलाफ नहीं, बल्कि “थाईवान स्वतंत्रता” विभाजनकारी बलों की चुनौतीपूर्ण गतिविधियों के खिलाफ है। 

उल्लेखनीय बात है कि थाईवान के विभिन्न क्षेत्रों ने भी लाई छिंग-ते के भाषण की कड़ी आलोचना की है, और इसे थाईवान के आम लोगों के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाने वाला बताया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि मुख्य भूमि का प्रतिरोधी कार्य “थाईवान स्वतंत्रता” के विभाजनकारी बलों के खिलाफ एक प्रहार ही नहीं, बल्कि थाईवान जलडमरूमध्य की शांति और स्थिरता, और थाईवान बंधुओं की भलाई की रक्षा के लिए ठोस प्रयास भी है।

जब तक “थाईवान स्वतंत्रता” की उत्तेजना जारी रहेगी, पीएलए का प्रतिरोध एक क्षण भी नहीं थमेगा। यह केवल मुख्य भूमि का एक दृढ़ रुख नहीं है, बल्कि “थाईवान स्वतंत्रता” की विभाजनकारी ताकतों के लिए एक कड़ी चेतावनी भी है। यानी देश को विभाजित करने का कोई भी प्रयास उचित दंड का सामना करेगा। थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तटों के लोगों को शांति और स्थिरता को बनाए रखने, संचार और सहयोग को बढ़ावा देने, और साझे विकास को प्राप्त करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। 

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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