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चीनी उपराष्ट्रपति ने तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में भाग लिया

फ्रांस और कोस्टा रिका द्वारा सह-आयोजित तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन 9 जून को फ्रांस के नीस शहर में शुरू हुआ, जहाँ विभिन्न देशों की सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने वैश्विक महासागर शासन पर गहन चर्चा के लिए एक साथ कदम बढ़ाया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में चीनी उपराष्ट्रपति हान.

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फ्रांस और कोस्टा रिका द्वारा सह-आयोजित तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन 9 जून को फ्रांस के नीस शहर में शुरू हुआ, जहाँ विभिन्न देशों की सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने वैश्विक महासागर शासन पर गहन चर्चा के लिए एक साथ कदम बढ़ाया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में चीनी उपराष्ट्रपति हान छंग ने विशेष निमंत्रण पर भाग लिया और आम बहस में अपना प्रभावी भाषण दिया।

हान छंग ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि महासागर सहित विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी पक्षों को एक साझा मिशन के साथ काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के एक महत्वपूर्ण वक्तव्य का भी उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि जिस नीले ग्रह पर हम मनुष्य रहते हैं, वह महासागर द्वारा अलग-अलग द्वीपों में विभाजित नहीं है, बल्कि महासागर द्वारा जोड़ा गया एक साझा भविष्य वाला समुदाय है। 

हान छंग ने इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ का भी जिक्र किया और यह आग्रह किया कि वर्तमान महासागर सम्मेलन को संसाधन संरक्षण और सतत उपयोग को समन्वित करने, महासागर के सतत विकास को बढ़ावा देने और मानव जाति के लिए साझा भविष्य के समुदाय के निर्माण को गति देने के अवसर के रूप में लिया जाना चाहिए।

सम्मेलन के दौरान, उपराष्ट्रपति हान छंग ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से भी महत्वपूर्ण मुलाकातें कीं। मैक्रों से मुलाकात में, हान छंग ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की शुभकामनाएं दीं और बताया कि उनकी फ्रांस यात्रा दोनों राष्ट्राध्यक्षों द्वारा प्राप्त महत्वपूर्ण आम सहमति को लागू करने और सम्मेलन की मेजबानी में संयुक्त राष्ट्र और फ्रांस के प्रति चीन के समर्थन को प्रदर्शित करने के लिए है। उन्होंने चीन द्वारा रणनीतिक स्वायत्तता बनाए रखने में फ्रांस के समर्थन को दोहराया और द्विपक्षीय व बहुपक्षीय रणनीतिक आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत कर चीन-फ्रांस संबंधों में नई शक्ति जोड़ने की इच्छा व्यक्त की। 

जवाब में, राष्ट्रपति मैक्रों ने सम्मेलन में हान छंग की भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और शी चिनफिंग को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करने का अनुरोध किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि फ्रांस चीन को एक दीर्घकालिक और विश्वसनीय साझेदार मानता है और वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में, दो प्रमुख देशों के रूप में फ्रांस और चीन के बीच घनिष्ठ उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान और सहयोग विश्व शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ अपनी बैठक में, हान छंग ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग के उस विचार को रेखांकित किया कि अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति जितनी अधिक अशांत और अव्यवस्थित होगी, हमें उतना ही अधिक संयुक्त राष्ट्र के अधिकार को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने पुष्टि की कि चीन हमेशा अंतर्राष्ट्रीय मामलों में मुख्य भूमिका निभाने में संयुक्त राष्ट्र का समर्थन करता है और एक-चीन सिद्धांत के प्रति संयुक्त राष्ट्र के निरंतर पालन की सराहना करता है। 

गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र के लिए चीन के दीर्घकालिक और दृढ़ समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया, यह मानते हुए कि चीन बहुपक्षवाद की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ और संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख साझेदार है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र चीन के साथ चौतरफा तरीके से सहयोग को और गहरा करने, बहुपक्षवाद और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करने, विश्व शांति और सुरक्षा की रक्षा करने और समुद्री जैव विविधता तथा जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना करने को तैयार है।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

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